गोरखपुर (ब्यूरो)। इस दौरान मकान मालिक को शक हुआ तो वह दरवाजा खटखटाने लगे। दरवाजा खुलवाने की कोशिश करने पर भी जब अंदर से आवाज नहीं आई लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने तोड़ा दरवाजा
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और अंदर देखा तो शिवाजी प्रजापति की मौत हो चुकी थी। उसके मुंह से झाग निकला था, इस वजह से जहर खाने की आशंका है। पुलिस ने जांच के बाद शव को पोस्टमॉर्टम भेजा गया। बताया जा रहा है कि शिवाजी डिप्रेशन में था, जिस वजह से उसने आत्मघाती कदम उठाया। इंस्पेक्टर कैंट रणधीर मिश्रा ने बताया कि युवक ने खुदकुशी कर ली है। शव को पोस्टमॉर्टम भेजा गया है। परिजनों को भी घटना की जानकारी दे दी गई है।
अक्सर खुद को कमरे में बंद कर लेता था शिवाजी
दरअसल, सहजनवां इलाके के लुचुई निवासी रद्युनाथ प्रजापति का बेटा शिवाजी प्रजापति (30) एक दवा कंपनी में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) काम करते था। वह मोहद्दीपुर में प्रदीप निषाद के मकान में किराएदार था। मकान मालिक के मुताबिक, शिवाजी काफी दिनों से डिप्रेशन में था और कई बार घरवाले भी समझा चुके थे। लेकिन, वह अक्सर खुद को बंद कर लेता था।
मुंह से निकल रहा था झाग
गुरुवार की दोपहर में भी उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया। इस दौरान मकान मालिक को शक हुआ तो वह दरवाजा खटखटाने लगे। दरवाजा खुलवाने की कोशिश करने पर भी जब अंदर से आवाज नहीं आ रहा था तो उन्होंने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और अंदर देखा तो शिवाजी प्रजापति की मौत हो चुकी थी।