- जीडीए के अफसरों की लापरवाही मेडिकल कॉलेज रोड पर आई सामने
- सात माह पहले बनी थी रोड, आई नेक्स्ट के खबर पब्लिश करने के बाद हुई थी मरम्मत
- मरम्मत के एक माह बाद ही फिर से टूटने लगी रोड
GORAKHPUR: जीडीए की कारस्तानी ने एक महीने के भीतर ही मेडिकल रोड की हालत खस्ता कर दी है। एक साल पहले असुरन चौराहे से मेडिकल कॉलेज तक जाने में लोगों को कदम-कदम पर जाम का सामना करना पड़ता था। जाम के झाम से मुक्त कराने के लिए जिला प्रशासन ने जीडीए को मेडिकल रोड के चौड़ीकरण की जिम्मेदारी दी। दिसंबर 2014 में यह रोड तैयार हो गई। रोड बनने के सात माह बाद ही रोड टूटनी शुरू हो गइ। कंप्लेन आने पर आई नेक्स्ट ने 19 जून के एडिशन में '7 माह में टूट गई 6 करोड़ की सड़क' हेडिंग से खबर पब्लिश की थी। आई नेक्स्ट की खबर के बाद जीडीए ने रोड की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी और फर्म को तत्काल मरम्मत का आदेश जारी कर दिया। 24 घंटे बाद ही रोड की मरम्मत का कार्य भी शुरू हो गया। जांच कमेटी टूटी हुई रोड की जांच ही करती रही और रिपेयरिंग के एक महीने बाद ही रोड फिर से उखड़नी शुरू हो गई है। ये स्थिति दिखाती है कि सरकारी विभागों का काम सिर्फ टालने तक सीमित है। रोड के रखरखाव की जिम्मेदारी लेने को कोई तैयार नहीं।
फिर से पड़ने लगी रोड में दरार
जीडीए के रोड का निर्माण करने के बाद लोगों को ये उम्मीद थी कि अब मेडिकल कॉलेज के रास्ते पर जाम नहीं लगेगा। दिसंबर 2014 में 6 करोड़ रुपए की लागत से रोड बनकर तैयार भी हो गई। सड़क बनने के सात माह बाद ही सड़क उखड़ने लगी है। असुरन पुलिस चौकी के पास, विष्णु मंदिर के आगे, वी मार्ट के सामने खजांची चौराहे सहित करीब एक दर्जन जगहों पर गिट्टी उखड़ गई जिससे लोग परेशान होने लगे। आई नेक्स्ट में खबर छपने के बाद रोड की मरम्मत हुई, लेकिन जीडीए अफसरों की लापरवाही और ठेकेदारों की मिली भगत की देन है कि एक महीने में ही रोड फिर उखड़ने लगी है। तेज गति से आने वाली बाइक के दरार में अचानक फंसने के कारण बैलेंस बिगड़ जा रहा है। उखड़ी हुई गिट्टियों और धूल के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है। मेडिकल कॉलेज रोड से रोज करीब 4 लाख लोग आते-जाते हैं। इसके अलावा महराजगंज जिले को सिटी से जोड़ने के साथ ही शाहपुर, राप्तीनगर, चारगांवा, खजांची, सेमरा सहित एक दर्जन एरिया को ये रोड जोड़ती है।
लोगों ने रोड के किनारे को ऊंचा कर दिया है, इस वजह से रोड पर पानी जमा हो रहा है। पानी जमा होने से रोड टूट रही है। जांच कमेटी के एक मेंबर के छुट्टी पर होने की वजह से ही अभी तक रिपोर्ट तैयार नहीं हो सकी है।
ओमचंद, सदस्य, जांच कमेटी
रोड मरम्मत करने का आदेश उसी समय दे दिया गया था और मरम्मत भी हो गई थी। फिर से रोड टूटने की जानकारी नहीं है। मैं खुद जांकर जांच करूंगा कि कहां तकनीकी खामी है जिसके कारण रोड टूट रही है।
शिव श्याम मिश्र, वीसी जीडीए