- एमडी ने ग्रामीण अंचल के सभी अधिकारियों को दिए निर्देश
- जून माह के राजस्व लक्ष्य निर्धारण को लेकर अफसरों के कसे पेंच
GORAKHPUR: जिले के जिस भी ग्रामीण अंचल के फीडर पर 10 से 14 घंटे तक बिजली सप्लाई हो रही है, उसकी मॉनीटरिंग की व्यवस्था की जाए। उन फीडर पर मीटर लगाया जाए और फॉल्ट कम से कम हो, इसके लिए लगातार पेट्रोलिंग के साथ मॉनीटरिंग की जाए। यह बातें शुक्रवार को पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम के एमडी अजय कुमार सिंह ने पूर्वाचल अधिकारियों के साथ हुई मीटिंग के दौरान निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जून माह के राजस्व निर्धारण में सभी अधिकारियों अपने-अपने टारगेट का निर्धारण कर लें, जिससे उनको अभियान चलाकर वसूली करने में आसानी हो जाए।
मीटर से करें फीडर की मॉनीटरिंग
ग्रामीण अंचल में जिस भी फीडर पर 10 से 14 घंटे तक सप्लाई हो रही है, वहां मीटर सिस्टम लागू करें। यही नहीं जिस एरिया में कंज्यूमर्स के घरों में मीटर सिस्टम लगाने का काम चल रहा है, वहां के कार्यो प्रगति में तेजी लाएं। वहीं अगर किसी फीडर पर मीटरिंग सिस्टम लागू हो गया और उस फीडर के सभी कंज्यूमर्स के घरों में भी मीटर लगा दिए गए हैं, तो रीडिंग का मिलान करने के बाद ही बिल बनाएं।
काट दें बकायदारों के कनेक्शन
मीटिंग में एमडी ने कहा कि सभी अधिकारी अपने एरिया में तीन बिंदुओं पर कार्य करें। इसमें सबसे प्रमुख बिंदु बकायादारों के कनेक्शन काट दें। अगर जरूरत पड़े तो कंज्यूमर्स पर धारा-5 के तहत कार्रवाई भी करें। उन्होंने बताया कि यह धारा कानूनी होती है, इसलिए कंज्यूमर्स या तो बकाया दे या अब न्यायपालिका का मदद लेकर कनेक्शन ले। इस समय शहरी एरिया में 80 से 90 प्रतिशत तक बिलिंग होने लगी है। ऐसे में ग्रामीण अंचल के जेई अपने-अपने एरिया में अपने-अपने लक्ष्य का निर्धारण करें और कार्रवाई शुरू कर दें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक जेई अपने राजस्व वसूली के लक्ष्य को हर सप्ताह अपने अधिशासी अभियंता को सौंपे और उसकी एक कापी डिस्कॉम को भी भेंजे।