गोरखपुर (ब्यूरो)। पकड़े गए आरोपी के पास से टीम ने एक कार और 60 लाख रुपए कैश भी बरामद किए हैं। यह रुपए ड्रग की सप्लाई देने के बदले में उसे मिल थे। ड्रग माफिया गोरखपुर में ड्रग्स की सप्लाई देने के बाद बिहार वाया नेपाल भागने की फिराक में था कि इससे पहले डीआरआई टीम ने उसे दबोच लिया। फिलहाल टीम उससे पूछताछ कर रही है।
60 लाख देकर छूटना चाहता था माफिया
पकड़े गए मास्टरमाइंड का डीआरआई टीम ने खुलासा नहीं किया है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि वह मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। अभी तक की पूछताछ में वह अपने दर्जन भर नाम और पते टीम को बता चुका है। इतना ही नहीं सूत्रों के मुताबिक माफिया ने टीम को बरामद रुपयों के बदले में खुद छोडऩे का ऑफर भी दिया, लेकिन टीम ने उसे दबोच लिया।
हवाला कारोबार की भी खुली पोल
ड्रग माफिया गोरखपुर के अलावा पूरे यूपी, बिहार, समेत नेपाल बांग्लादेश, म्यांमार तक ड्रग्स की सप्लाई करता था। ड्रग्स सप्लाई की लेनदेन की रकम हवाला के जरिए होती थी। इस कारोबार में गोरखपुर के कई बड़े नामों का भी खुलासा हुआ है, जिनकी जांच शुरू हो गई है।
अब आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
हरियाणा की फैक्ट्री में बनती थी ड्रग्स
दरअसल, 29 जुलाई 2022 को हरियाणा में एक फैक्ट्री में दिल्ली की डीआरआई टीम ने रेड की। यहां फैक्ट्री में मेफेड्रोन (प्रतिबंधित ड्रग) बनाई जाती थी। तब छापेमारी के दौरान टीम को 20 ड्रमों में एफेड्रिन मिला था, जिसका वजन 661.75 किलोग्राम और इसकी कीमत 133 करोड़ रुपए बताई गई थी। इस एफेड्रिन से टैबलेट तैयार हो रही थी, जिसे मुंबई लेकर जाना था। फिर आगे नशा तस्करों को सौंपी जाती, ताकि वे बड़े-बड़े होटलों या फिर पार्टी क्लब में इसे सप्लाई करते। यह मेडिकल ड्रग्स है, जो कि कोकीन, हेरोइन से कई गुना महंगी और ज्यादा नशा करने वाली है।
ग्लू बनाने की आड़ में बनता था ड्रग्स
यह फैक्ट्री रादौर के गांव बपौली के पास विजय शर्मा, श्यामलाल, मोहित साहनी, रंजन की फैक्ट्री थी। यह फैक्ट्री प्लाईवुड में यूज होने वाले ग्लू और अन्य केमिकल तैयार करने के लिए लगाई गई थी। इस बीच टीम को सूचना मिली कि यहां पर प्रतिबंधित एफेड्रिन ड्रग्स लाया गया है। इसके बाद डीआरआई टीम ने 29 जुलाई को रेड कर दावत होटल बड़शामी में रुके मुंबई के मोहम्मद आजम और वफादार को अरेस्ट किया था। इसके बाद उन्हें फैक्ट्री ले जाया गया, जहां से एफेड्रिन पकड़ा गया। बाद में टीम ने फैक्ट्री मालिक श्यामलाल गोयल और पार्टनर राजन सोंधी को भी गिरफ्तार कर लिया।
हैदराबाद में भी भारी मात्रा में ड्रग जब्त
जानकारी के अनुसार डीआरआई की टीम ड्रग के खिलाफ ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इसी क्रम में टीम ने हैदराबाद में भी ड्रग जब्त किया। साथ ही कई तस्करों को अरेस्ट भी किया।
गोरखपुर में तीन माह 4 हुए अरेस्ट
सूत्रों के अनुसार डीआरआई गोरखपुर की टीम ने पिछले तीन महीनों में सोनौली बार्डर से नेपाल भागने के फिराक में चार व्यक्तियों को अरेस्ट किया है।
अन्य राज्यों में बना रखा था ठिकाना
बिहार का रहने वाले राजू (बदला हुआ नाम) ड्रग कारोबार का मास्टरमाइंड है। उसने मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और यूपी में अपना ठिकाना बना रखा था। यहीं से वह अपने नेटवर्क को चला रहा था। डीआरआई टीम को उसकी काफी समय से तलाश थी। बताया जा रहा है कि पकड़े गए ड्रग तस्कर के तार इंटरनेशनल गैंग से जुड़े हुए हैं।