गोरखपुर (ब्यूरो)।छात्रों का पूरा ग्रुप प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार से मुलाकात कर एनएमसी नेशनल मेडिकल कमीशन की ओर से पारित नेक्स्ट टेस्ट परीक्षा के विरोध में धरना प्रदर्शन की अनुमति मांगी। इस पर प्रिंसिपल ने आश्वासन दिया कि इस मामले को एनएमसी के समक्ष रखा जाएगा। तब जाकर छात्र वापस लौटे।

अचानक कर दिया लागू

कॉलेज के छात्रों ने प्रिंसिपल को बताया कि अचानक नेक्स्ट नेशनल एग्जिट टेस्ट को लागू कर दिया गया है। जबकि, इसे लेकर अभी तैयारी नहीं है। छात्रों ने बताया कि लाइब्रेरी सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक ही खुलती है। जबकि, उस समय हम लोगों की कक्षाएं चलती हैं, जिसकी वजह से हम लोगों को लाइब्रेरी की मदद नहीं मिल पा रही है। इसके लिए कैंपस के बाहर शहर में जाना पड़ता है। आने जाने में समय लगता है और पढ़ाई के लिए कम समय मिल पता है। ऐसे में लाइब्रेरी सुबह 8 बजे से रात 12 बजे तक खुलना चाहिए। प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार ने छात्रों को धरना प्रदर्शन न करने की बात कहीं और आश्वासन दिया कि मुद्दे को एनएमसी के समक्ष रखा जाएगा। साथ ही यह भी बताया कि लाइब्रेरी बढ़ाने पर विचार किया जाएगा।

यह है नेक्स्ट परीक्षा

एनएमसी ने इस साल से नेक्स्ट टेस्ट का कराने का निर्णय लिया है। इसके तहत इस टेस्ट से एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्रों को डिग्री दी जाएगी। साथ ही छात्रों को मेडिकल प्रैक्टिस की अनुमति भी मिलेगी। अगर इस टेस्ट में छात्र फेल हो जाते हैं तो उन्हें डिग्री नहीं दी जाएगी। साथ ही वह मेडिकल प्रैक्टिस भी नहीं कर पाएंगे।