-लोगों ने ली शपथ, घर से लेकर चलेंगे जूट बैग

GORAKHPUR: अगर हमें धरती को बचाना है। अपने बच्चों को खेलते-कूदते देखना है। खुद को स्वस्थ रखना है। तो धरती को प्लास्टिक मुक्त बनाना होगा। क्योंकि प्लास्टिक से पूरा पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। इससे वह समय दूर नहीं जब, इस जमीं पर सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा। इसलिए जरूरी है कि हम समाज को प्लास्टिक मुक्त बनाए। इसके लिए आई नेक्स्ट ने एक अनोखा प्रयास शुरू किया है। 'दि टिकिंग प्लास्टिक बॉम्ब' कैंपेन के जरिए आई नेक्स्ट गोरखपुराइट्स को अवेयर करने का प्रयास कर रहा है। आई नेक्स्ट का अकेले शुरू हुआ यह प्रयास अब कारवां का रूप लेता जा रहा है। जहां गोरखपुराइट्स खुद आगे बढ़ कर पॉलीथीन का यूज नहीं करने की शपथ ले रहे हैं, वहीं वेंस्डे को गोरखपुर की मेयर डॉ। सत्या पांडेय आई नेक्स्ट की तारीफ करते हुए इस कैंपेन का हिस्सा बनी। उन्होंने न सिर्फ लोगों को पॉलीथीन यूज न करने की अपील की बल्कि जूट के थैले भी डिस्ट्रीब्यूट किए। साथ ही दुकानों पर रखी पॉलीथीन को जब्त कर लिया।

आई नेक्स्ट के साथ मेयर ने किया अवेयर

वेंस्डे को आई नेक्स्ट की इस मुहिम के साथ गोरखपुर की मेयर डॉ। सत्या पांडेय भी जुड़ी। वे आई नेक्स्ट टीम के साथ अंबेडकर चौराहा के पास सब्जी मंडी पहुंची। जहां उन्होंने लोगों से जूट बैग इस्तेमाल करने की अपील की। साथ ही पॉलीथीन में सब्जी ख्ररीद रहे लोगों को जूट बैग भेंट किया और उनसे पॉलीथीन इस्तेमाल न करने की रिक्वेस्ट की गई। साथ ही उन्होंने मार्केट में लगे ठेलों पर रखी पॉलीथीन को जब्त कर लिया। उनसे कहा गया कि वे अपने हर कस्टमर से झोला लाने का रिक्वेस्ट करें। आई नेक्स्ट टीम और मेयर को पॉलीथीन का बहिष्कार करने की अपील करता देख वहां लोगों को हुजूम इक्ट्ठा हो गया। सभी ने शपथ ली कि अब वे पॉलीथीन का इस्तेमाल नहीं करेंगे। अब घर से ही जूट बैग साथ लेकर चलेंगे।

कॉलिंग

आई नेक्स्ट का प्रयास सराहनीय है। आज तो मैं सब्जी खरीदने के लिए पॉलीथीन लाई हूं। मगर आगे से थैला लेकर ही आउंगी। अब पॉलीथीन का यूज नहीं करूंगी।

एसआर सिन्हा, एडवोकेट

एक कार्यक्रम में गई थी। सोचा कि रास्ते से सब्जी लेती चलूं। इसलिए थैला नहीं लाई थी। आगे से ध्यान रखूंगी। मार्केट निकलते टाइम थैला जरूर लेकर चलूंगी। सही बात है पॉलीथीन पॉल्यूशन को बढ़ा रही है।

मंजू पाल

शहर की अधिकांश समस्याएं पॉलीथीन से हो रही है। इसलिए इस पर रोक लगनी चाहिए। मगर इस पर रोक लगाने से पहले हर दुकान और हर प्लेस पर इसका सेप्टीट्यूड की व्यवस्था होनी चाहिए। मतलब दुकान वालों को भी थैला रखना चाहिए।

बीएन दत्त तिवारी, एडवोकेट

आई नेक्स्ट का प्रयास सराहनीय है। अब हम मार्केट निकलने से पहले थैला लेना नहीं भूलेंगे। अगर सभी लोग पॉलीथीन का बहिष्कार करें तो पर्यावरण को शुद्ध बनाना आसान होगा।

नीरू मोदी

पॉलीथीन कई समस्याओं का कारण है। नाला जाम और पर्यावरण प्रदूषित इसी के कारण होता है। अब हम पॉलीथीन का इस्तेमाल नहीं करेंगे। जूट का थैला लेकर चलेंगे।

प्रीती