- अस्पताल छोड़कर भागा ऑपरेशन करने वाला डॉक्टर
- सीएमओ के निर्देश पर एसीएमओ पहुंचे अस्पताल, की जांच
- तीन डॉक्टरों की गठित टीम करेगी मामले की विस्तृत जांच
SAHJANWA: सहजनवां सीएचसी में डॉक्टर की लापरवाही से मौत पर बवाल खड़ा हो गया। परिजनों का आरोप था कि प्रसूता की ऑपरेशन के दौरान ही मौत हो गई लेकिन डॉक्टर ने लाश को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। परिजनों ने बीच रास्ते से लौटकर शुक्रवार की रात में अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। इलाज करने वाला डॉक्टर व साथी अस्पताल से भाग खड़े हुए। सूचना मिलते ही सीएमओ ने एसीएमओ को जांच के लिए भेजा। शनिवार को अस्पताल पहुंचे एसीएमओ ने मरीज के परिजनों व मौजूद स्टाफ से बात की। कहा कि रिपोर्ट सीएमओ को देंगे। उधर, सीएमओ ने मामले की विस्तृत जांच के लिए तीन डॉक्टरों की टीम गठित कर दी है।
दोपहर 3 बजे पहुंचे परिजन
सहजनवां क्षेत्र के भीटी रावत निवासी मनोज की पत्नी सुनीता (28) प्रेगनेंट थी। शुक्रवार को प्रसव पीड़ा होने पर दोपहर 3 बजे परिजन सुनीता को सहजनवां सीएचसी ले गए। डॉक्टर ने खून की कमी बताते हुए इसकी व्यवस्था करने को कहा। परिजनों ने किसी तरह खून का जुगाड़ किया। परिजनों का आरोप है कि खून आने के एक घंटे बाद तक डॉक्टर ने खून नहीं चढ़ाया जबकि अधिक खून बह जाने से पेशेंट की हालत खराब होती जा रही थी।
खून चढ़ाकर किया रेफर
काफी कहे जाने पर शाम 6 बजे डॉक्टर ने खून चढ़ाना शुरू किया। इस दौरान पेशेंट की हालत काफी खराब हो गई। इस पर डॉक्टर ने आनन-फानन में उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। अब तक परिजन होश खो चुके थे। डॉक्टर के कहते ही वे पेशेंट को लेकर मेडिकल कॉलेज निकल गए। रास्ते में देखा कि उसकी मौत हो चुकी थी।
वापस पहुंचे अस्पताल
परिजन वहां से वापस देर रात सहजनवां अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर को ढूंढने लगे। आरोप लगाया कि डॉक्टर की लापरवाही से पेशेंट की मौत अस्पताल में ही हो गई थी लेकिन उसने चुपके से उसे रेफर कर दिया। सूचना मिलते ही मौके पर सपा नेता मनोज यादव पहुंचे और लोगों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन परिजन डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उनके तेवर देख डॉक्टर व इलाज में शामिल कर्मचारी अस्पताल छोड़ भाग गए।
सीएमओ ने भेजा एसीएमओ को
अस्पताल के अन्य डॉक्टर व कर्मचारी पूरी रात मामले को मैनेज करने में लगे रहे। जब बात नहीं बनी तो सीएमओ ने एसीएमओ एके सिन्हा को भेजा। शनिवार को सीएचसी पहुंचकर एसीएमओ ने मामले की जांच की। इलाज से संबंधित पेपर देखा। मरीज के परिजनों और स्टाफ से बात की। कहा कि रिपोर्ट सीएमओ को देंगे।
एसीएमओ को जांच के लिए भेजा गया था। तीन डॉक्टरों की टीम जांच के लिए गठित की गई है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
- रवीन्द्र कुमार सीएमओ