- कार की जगह बुलेट पर दुल्हन को बिठाकर ले गया दूल्हा
- नोटबंदी के बाद हुई मुश्किल के बीच शादी को बनाया यादगार, रास्तेभर सेल्फी लेने वालों की मची रही होड़
GORAKHPUR: डोली के बाद घोड़ी और फिर कार पर सवार होकर आने वाले दूल्हे राजा जब बुलेट से ससुराल पहुंचे तो सेल्फी लेने वालों की होड़ लग गई। यही नही, बुलेट राजा ने अपनी दुल्हन की विदाई भी इसी ढंग से कराई। वह बुलेट पर बिठाकर दुल्हन को अपने घर ले गए तो रास्ते भर लोग सेल्फी लेते रहे। गुरुवार को शादी के बाद शुक्रवार को अनूठे ढंग से से हुई इस विदाई की हर तरफ चर्चा रही। बताते हैं कि नोटबंदी से हुई मुश्किल के बाद दूल्हे के मामा ने यह प्लान बनाया था। हालांकि नई नवेली दुल्हन संग बिना हेलमेट बुलेट से चलने वाले दूल्हे पर ट्रैफिक पुलिस की नजर नहीं पड़ी वरना मुश्किल बढ़ सकती थी।
दूल्हे की साइकिल की दुकान
राजघाट, लाल डिग्गी रोड निवासी रमेश चंद के बेटे गौरव रेती रोड पर साइकिल की दुकान चलाते हैं। उनकी शादी देवरिया की अंकिता से 17 नवंबर की रात हुई। शुक्रवार सुबह दुल्हन की विदाई हुई तो लोग आश्चर्यचकित रह गए। न कार, न ड्राइवर, दूल्हे राजा बुलेट लेकर दुल्हन को ले जाने के लिए दरवाजे पर खड़े हो गए। दुल्हन ने भी दूल्हे का साथ दिया और बेझिझक बुलेट पर बैठ गई। सजी-धजी दुल्हन जब दूल्हे संग बुलेट से मायके से ससुराल के लिए निकली तो राह में लोग भी रुककर देखने लगे। शहर में घूमते हुए घर पहुंचे दूल्हा-दुल्हन के साथ सेल्फी लेने के लिए लोगों में होड़ मच गई।
शहर में घ्ाूमा जोड़ा
शादी के बाद पहली बार ससुराल जा रही दुल्हन बनी अंकिता और दूल्हे गौरव को बुलेट से चलने में कोई प्रॉब्लम नहीं हुई। पहले से सजे-धजे बुलेट को लेकर दोनों बेझिझक शहर की सड़कों पर घंटों घूमते रहे। नई नवेली दुल्हन को दूल्हे ने बैंक रोड, टाउनहाल, यूनिवर्सिटी चौराहा, रामगढ़ ताल, सर्किट हाउस, घोष कंपनी, शास्त्री चौक सहित कई जगहों पर घुमाया। इसके बाद वह दोनों घर पहुंचे। घर पहुंचने पर अंकिता का जोरदार स्वागत किया गया। परिवार के लोगों में अनोखी विदाई को लेकर उत्साह नजर आया। गौरव ने बताया कि नोटबंदी में पैसे की दिक्कत को लेकर मामा ने यह प्लान बनाया था। गौरव ने बताया कि नोटबंदी से समस्या तो है लेकिन वे खुश हैं कि इसके बाद भी बुलेट से विदाई से उनकी शादी यादगार हो गई।