- रेल राज्य मंत्री ने माना पूर्वी उत्तर प्रदेश की हुई है उपेक्षा

- इंडियन रेलवे के बजट में इस बार नई योजनाओं को मिलेगी स्वीकृति, इसमें सबसे ज्यादा पूर्वी यूपी की योजनाएं रहेंगी शामिल

- रेल से जुड़ेंगी प्रदेश की सभी राजधानी

GORAKHPUR : रेलवे के डिसिजन में हमेशा ही पूर्वांचल की उपेक्षा की गई है। यहां की सुविधाओं को ध्यान नहीं दिया गया है। मगर अब ऐसा नहीं होगा। इंडियन रेलवे के बजट में इस बार सरकार नई योजनाओं को स्वीकृत करने का मन बना रही है। पूर्वाचल की उपेक्षा लंबे समय से हुई है। अब तो देश का प्रधानमंत्री खुद पूर्वाचल से है, इसलिए सरकार की शीर्ष वरियता में पूर्वी उत्तर प्रदेश शामिल है। यह बातें रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने शेयर कीं। वह बढ़नी रेलवे स्टेशन पर बनने वाले मल्टी फंक्शनल कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास करने के लिए गोरखपुर आए थे।

पूर्वी उत्तर प्रदेश को मिलेगी तरजीह

आई नेक्स्ट से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थिति अच्छी न होने की वजह से पिछले बजट में प्लान हॉलीडे रेलवे ने तय किया था। अब देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति धीरे-धीरे ठीक हो रही है। भारतीय रेल में नई परियोजनाएं स्वीकृत हों, इस दिशा में सरकार विचार कर रहे हैं और जब यह स्वीकृत होंगी तो देश के किसी हिस्से से पूर्वी उत्तर प्रदेश में यह ज्यादा होंगी। इस बार पूर्वाचल के लोगों को निराशा नहीं होगी।

रेल से जुड़ेंगी सभी प्रदेश की राजधानी

उन्होंने बताया कि नार्थ ईस्ट के कई प्रदेश हैं, जिनकी राजधानी रेल से नहीं जुड़ी हैं। सरकार की यह प्राथमिकता है कि प्रदेश की कोई भी ऐसी राजधानी न रहे, जो रेल से न जुड़ी हो और वह इससे अछूती रहे। इस ओर एक कदम आगे बढ़ाया गया है। नार्थ ईस्टर्न स्टेट्स के चार राज्य और ऐसे बचे हुए हैं, जो रेल से अब तक नहीं जुड़ सके हैं। आने वाले समय में यह भी रेल से जुड़ जाएं, इसका प्रबंध मोदी जी की सरकार कर रही है।