- मंडी समिति व निर्माण खंड के बीच अटका प्रपोजल
GORAKHPUR: नवीन मंडी को हाईटेक बनाने के लिए मंडी परिषद ने काफी पहले से तैयारियां शुरू कर दीं। पिछले वर्ष ही साढ़े पांच करोड़ का प्रपोजल मंडी परिषद मुख्यालय को भेज दिया गया। लेकिन साल बीतने को हैं और अब तक प्रपोजल हवा में अटका हुआ है। मंडी समिति और निर्माण विभाग एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप मढ़ने में लगे हैं, जिसका खामियाजा व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है। आलम यह है कि शॉप की जर्जर हालत, पेयजल की व्यवस्था, टूटे रोड, नालियां लोगों की मुसीबत बढ़ा रही है।
मिलता है केवल आश्वासन
नवीन मंडी की सूरत संवारने के लिए व्यापारियों ने कई बार मंडी प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने अपनी समस्याओं को अफसरों के सामने रखा, लेकिन सिवाए कोरे आश्वासनों के कुछ और नहीं मिला। मंडी को हाईटेक बनाने के लिए पिछले माह मंडी परिषद मुख्यालय में बैठक हुई और कई अहम निर्णय भी लिए गए। मुख्यालय के आदेश पर मंडी समिति मार्केट में कमियों को गिनाते हुए निर्माण खंड को भेज दिया, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
यह काम पड़े हैं पेंडिंग -
जनरेटर हाउस, टॉयलेट, कैंटीन, पुलिस चौकी, कृषि विश्राम गृह, पानी के लिए पाइप लाइन, वाटर स्टैंड, यूरिनल बनाने का काम होगा, डीडीए व डीडीसी दफ्तर, फल व सब्जी मंडी में सीसी रोड, नालियां, सेप्टिक टैंक, सीसी प्लेटफॉर्म और पार्किंग व्यवस्था इत्यादि का काम होना है।
प्रस्ताव तैयार कर दिए गए है। फाइल दफ्तर में ही है। चुनाव में विकास कार्य नहीं किए जा सकते। आचार संहिता समाप्त होने पर प्रस्ताव मुख्यालय लखनऊ को भेज दिया जाएगा।
- इंदल प्रसाद, डीडीसी, मंडी परिषद निर्माण खंड