- मालिक ने ट्रक बेच दिया, बकरी चरा रहा युवक

- रो रोकर घर किया फोन, उड़ गई फैमिली मेंबर्स की नींद

GORAKHPUR: विदेश में जाकर खूब पैसे कमाउंगा, घरवालों के सपने पूरे हो जाएंगे। बच्चों की अच्छी परवरिश होगी। मां-बाप के अरमान पूरे हो सकेंगे। कुछ इसी तरह का सपना संजो कर लोग विदेश कमाने जा रहे हैं, लेकिन विदेश भेजने वाले एजेंट्स के सब्जबाग में बाहर जाकर सारे सपने टूट रहे हैं। कुछ ऐसा ही हुआ है चिलुआताल एरिया के सोनबरसा निवासी धर्र्मेद्र शर्मा के साथ। दो साल आठ महीने से सऊदी में कमा रहे धर्मेद्र ने घर फोन किया। हाल सुनकर उसके फैमिली मेंबर्स के होश उड़ गए।

ट्रक चलाने गया था, चरा रहा बकरी

सोनबरसा निवासी उदयभान शर्मा के तीन बेटों में दूसरे नंबर का धर्मेद्र दो साल आठ माह पूर्व कमाने गया। एजेंट ने उसको सऊदी अरब में नौकरी का झांसा दिया। एक लाख फ्0 हजार रुपए खर्च करके धर्मेद्र सऊदी पहुंच गया। एजेंट के दूसरे साथियों ने उसे किसी सेठ के घर नौकरी दिलवा दी। सेठ का ट्रक चलाकर वह रुपए कमाने लगा। नौ माह पूर्व सेठ ने अपना ट्रक बेच दिया। ट्रक बेचने के बाद धर्मेद्र बेकार हो गया। काफी प्रयास के बाद सेठ ने उसको बकरी चराने को कहा। आठ माह से धर्मेद्र को कोई पगार नहीं दी गई। वह परेशान होकर भटक रहा है। रुपए की कमी से बेहाल युवक ने किसी तरह से लोगों की मदद लेकर घर फोन किया।

रो रोकर बोला, फंस गया हूं लौटकर घर कैसे आऊं

धर्मेद्र का फोन आने पर घरवाले भी परेशान हो गए। रो रोकर उसने अपना हाल सुनाया। धर्मेद्र की मां इंद्रावती, उसकी पत्‍‌नी गुड्डी और पिता के आंखों के आंसू थम नहीं रहे। बेटे की हालत पर बिलखते हुए पिता ने कहा कि किसी तरह से वह एक बार घर आ जाए तो उसको दोबारा कमाने नहीं जाने देंगे। धर्मेद्र की दो बेटियां और दो बेटे हैं। उनकी पढ़ाई लिखाई और परवरिश का संकट भी फैमिली के सामने खड़ा हो गया है।

कुशीनगर के एजेंट ने भेजा था विदेश

फैमिली मेंबर्स ने बताया कि फाजिलनगर के मुन्ना अंसारी ने विदेश भेजने का ठेका लिया था। तब उसने अच्छी जगह नौकरी दिलाने का वादा किया। एरिया के कई लोगों से कर्ज मांगकर रुपये की व्यवस्था की गई। पैसा जुटने पर धर्मेद्र सऊदी अरब गया। वहां से बताया कि हायल सिटी हलका से कमीशन रोड पर शखइल, जबल तलमराई कंपनी के सामने अबू नसरा मजरा में वह रहता है। उसके पास इतने पैसे नहीं है कि वह घर लौट सके। धर्मेद्र के पिता ने क्षेत्र के संजय कुमार और जगदीश पासवान से मिलकर अपनी पीड़ा सुनाई। जगदीश पासवान ने कहा कि सदर सांसद योगी आदित्यनाथ की मदद से धर्मेद्र के वापसी की कोशिश की जा रही है।

मेरा बेटा किसी तरह से लौटकर घर आ जाए तो उसको दोबारा नहीं जाने देंगे। एजेंट की गड़बड़ी से उसको इतना नुकसान उठाना पड़ रहा है। बेटे के फंसे होने की सूचना आने के बाद से हर कोई परेशान है।

इंद्रावती, पीडि़त की मां

धमर्ेंद्र के फैमिली मेंबर्स संपर्क करें। इस संबंध में जो भी संभव मदद हो सकेगी, वह की जाएगी ताकि वह अपने घर आ सके।

ब्रदीनाथ सिंह, एडीएम सिटी