- पूर्व मंत्री की गाड़ी चलाता है बृजेश
- कोतवाली एरिया के हजारीपुर की घटना
GORAKHPUR: पूर्व मंत्री के ड्राइवर ने आठ साल के बेटे, चार साल की मासूम बेटी को जहर खिलाने के बाद खुद खा लिया। हालत बिगड़ने पर तीनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना सोमवार की दोपहर कोतवाली एरिया के हजारीपुर मोहल्ले में हुई। मायके गई पत्नी से विवाद होने पर शराबी ड्राइवर ने आत्मघाती कदम उठाया। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है। घटना की सूचना पर ड्राइवर के ससुराली अस्पताल पहुंचे तो परिवार के लोग फरार हो गए।
पत्नी को छोड़ आया था ससुराल
कोतवाली एरिया के हजारीपुर, अलीनगर निवासी राम आसरे के दो बेटों में बड़ा बृजेश ड्राइवर है। उसके बच्चे आठ साल का बेटा हर्षित, चार साल की बेटी गुनगुन है। दोनों सिविल लाइंस स्थित एक स्कूल में पढ़ते हैं। करीब छह माह से बृजेश पूर्व मंत्री जितेंद्र जायसवाल की गाड़ी चला रहा है। शराब का आदी बृजेश शनिवार की शाम नशे में धुत होकर घर पहुंचा। किसी बात को लेकर उसका पत्नी सोनी से विवाद हो गया। झगड़ा होने पर बृजेश ने पत्नी को गोलघर स्थित ससुराल पहुंचा दिया। सोमवार की सुबह दोबारा पत्नी को लेने ससुराल गया, लेकिन पत्नी ने उसके साथ जाने से मना कर दिया।
सूचना पर पहुंचे ससुराली
मम्मी के घर न होने से दोनों बच्चे स्कूल नहीं गए। दोपहर 12 बजे के बाद बृजेश के पड़ोसियों ने उसकी ससुराल में तीनों के जहर खाने की सूचना दी। बताया कि बृजेश ने दोनों बच्चों को कोई जहरीला पदार्थ खिलाकर खुद खा लिया है। तीनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलने पर बृजेश की सास इंद्रावती, साला-साली और पत्नी अस्पताल पहुंच गए। सोनी ने डॉक्टर्स को बताया कि उसके पति शराब के नशे में आए दिन मारपीट करते हैं। रविवार की शाम नशे की हालत में बवाल किया था। मारपीट करके जबरन मायके पहुंचा दिया।
अलग रहना चाहता है बृजेश
कुशीनगर जिले सेंदुरिया निवासी राम आसरे खेतीबारी की देखभाल के लिए गांव पर रहते हैं। उनका बड़ा बेटा बृजेश, छोटा दिवेश और पत्नी सुभावती हजारीपुर के मकान में रहती है। वर्ष 2008 में बृजेश की शादी हुई। वह दो बच्चों का पिता बन गया। इस बीच उसे नशे लत गई। परिवार से अलग रहने को लेकर घर में कलह होने लगी। उसकी मां और पत्नी में संबंध अच्छे नहीं होने से रोजाना विवाद होता था। रविवार की शाम पत्नी से कहासुनी के बाद उसे खुद ही बृजेश मायके पहुंचाया आया। सोमवार की सुबह पत्नी नहीं आई तो बृजेश ने जहर खाने का फैसला ले लिया। घर पहुंचे बृजेश ने चूहा मारने वाली दवा के टुकड़े बच्चों को खाने के लिए दिया। उसकी बात मानकर बच्चे दवा निगल गए। फिर एक टुकड़ा उसने खुद खा लिया। कमरे से कराहने की आवाज आने पर परिवार के लोगों को घटना की जानकारी हुई।
दोनों बच्चों की हालत खतरे से बाहर है। बृजेश की मां और पत्नी के बीच संबंध अच्छे नहीं है। उसने बच्चों को जहर देखकर उसने खुद भी खा लिया। डॉक्टरों के प्रयास से तीनों सुरक्षित है। इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।
विजयराज सिंह, इंस्पेक्टर, कोतवाली