- कैंट पुलिस ने युवक की ऐसी पिटाई की कि उसके कान का पर्दा फट गया
- अफसर कर रहे पुलिस मित्र की बात और पुलिस बरपा रही पब्लिक पर कहर
GORAKHPUR: पुलिस अफसर लगातार मातहतों को पब्लिक का मित्र बनने की सलाह दे रहे हैं। लेकिन पुलिस है कि वर्दी के नशे में चूर होकर पब्लिक के साथ अपराधियों से भी बदतर सलूक करने से बाज नहीं आ रही। कैंट पुलिस ने लूटपाट के शक में एक युवक को पूछताछ के लिए बुलाया और उसकी बेरहमी से पिटाई की। युवक के कान का पर्दा फाड़ डाला। इतना ही नहीं, जांच में युवक के बेकसूर होने के सबूत मिलने पर भी सिपाही ने उसे थाने में बंद करके रखा। पुलिस अधिकारियों के कहने के बाद भी थाने के एक सिपाही ने युवक को घर नहीं जाने दिया।
कैंट थाने में तीन दिन बैठाया
कोतवाली एरिया के माया बाजार निवासी रोहित यादव के घर तीन नवंबर को कैंट थाने का एक सिपाही पहुंचा। पूछताछ के लिए पुलिस चौकी पर बुलाया। उसे जबरन थाने लेकर चला गया। लूट का आरोप लगाकर उसे थाने पर बैठा दिया। लूट के आरोप में रोहित के पकड़ने की जानकारी से परिजनों की हालत खराब हो गई। उस समय रोहित के बड़े भाई सपा नेता प्रशांत लखनऊ गए थे। भाई के पकड़े जाने पर उन्होंने पुलिस को फोन किया। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि यदि लूट की बात सही नहीं हुई तो उसे छोड़ दिया जाएगा। जांच में युवक के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले लेकिन पुलिस ने उसे थाने से नहीं छोड़ा।
मनमानी पर उतारू था सिपाही
युवक के न छूटने से परिजन परेशान हो गए। लोगों ने अपने परिचितों से बात करके उसे छुड़ाने के लिए पैरवी शुरू कर दी। परिचित पुलिस अधिकारियों, नेताओं से फोन कराया। मामला सीएम के ओएसडी तक पहुंच गया। लेकिन सबकी बातों को नजरअंदाज करके सिपाही मनमानी पर उतारू रहा। परिजनों का कहना है कि दबाव बढ़ने पर सिपाही ने रोहित की जमकर पिटाई की। फिर उससे समझौता पत्र लिखवाकर घर जाने दिया। घर पहुंचने पर मालूम हुआ कि सिपाही की पिटाई से रोहित के कान का परदा डैमेज हो गया। लोगों ने उसे मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया।
वर्जन
इस मामले की जांच पड़ताल कराई जाएगी। सिपाही पर लगे आरोप सही पाए जाने पर कार्रवाई होगी।
अभय कुमार मिश्र, सीओ कैंट