- अभी तक उत्तराधिकारी के रूप में महंत अवेद्यनाथ का करते थे प्रतिनिधित्व
- तीन घंटे तक खेलेंगे गोरखपुराइट्स के साथ होली
GORAKHPUR: इस बार की होली गोरखपुराइट्स के लिए खास है। खास इसलिए कि महंत बनने के बाद पहली बार योगी आदित्यनाथ होली की शोभायात्रा का नेतृत्व करते हुए तीन घंटे गोरखपुराइट्स से होली खेलेंगे। इससे पूर्व योगी गोरखनाथ मंदिर के उत्तराधिकारी और महंत अवेद्यनाथ के अस्वस्थ होने के कारण प्रतिनिधि के रूप में शोभायात्रा का नेतृत्व करते रहे। हर बार की तरह इस बार भी फ्राइडे को शोभायात्रा सुबह 9 बजे घंटाघर से शुरू होगी और परंपरागत मार्गो से होते हुए क्ख् बजे पुन: घंटाघर पहुंचकर समाप्त होगी। योगी आदित्यनाथ का कहना है कि क्9ब्म् में संघ के प्रचारक नाना राव देशमुख ने इस परंपरा की शुरुआत की थी, जो आज भी चली आ रही है। वहीं थसर्डे को भगवान नरसिंह की पूजा-आरती के बाद सम्मत जुलूस निकाला गया। इसके बाद सिटी में विभिन्न जगहों पर होलिका दहन किया गया।
निकली सम्मत की शोभायात्रा
88 साल पहले क्9ख्7 में गोरखपुर में शुरू हुई सम्मत जुलूस की परंपरा गोरखपुर में आज भी जिंदा है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए होली की पूर्व संध्या पर थर्सडे को महंत योगी आदित्यनाथ ने सम्मत जुलूस का नेतृत्व किया। पांडेयहाता में भगवान नरसिंह की पूजा-आरती के बाद शाम भ् बजे जुलूस निकला। यह जुलूस लालडिग्गी, मिर्जापुर, घासीकटरा, जाफराबाजार, बेनीगंज, अलीनगर, बक्शीपुर, नखास चौक और रेतीचौक होते ही घंटाघर में शाम 8 बजे समाप्त हुई। इस दौरान लोगों ने जमकर होली के गीत गाए। जुलूस में हजारों लोग शामिल हुए।
होलिका दहन के बाद शुरू हुई होली
भद्रारहित प्रदोष बेला में होलिका दहन किया गया। होलिका दहन के बाद से ही लोगों ने होली सेलिब्रेशन शुरू कर दी। ज्योतिषाचार्य पं। शरद चंद्र मिश्र ने बताया कि गुरुवार की शाम भ् बजकर ब्0 मिनट से रात्रि के क्0.फ्7 बजे के बीच होलिका दहन के लिए शुभ मुहुर्त था। इस बीच सिटी के डिफरेंट एरियाज में रखे गए होलिका को जलाकर रंगों के पर्व होली की शुरुआत हुई। उन्होंने बताया कि रंगभरी होली शुक्रवार को पूरे दिन है।