-पेट्रोल डालकर दंपति को फूंका, महिला की मौत
- कैंपियरगंज एरिया के राजपुर गांव की घटना
- पति गंभीर, बेबस और लाचार हुए तीन मासूस बच्चे
GORAKHPUR:
एकतरफा इश्क के जुनून में एक युवक ने शादीशुदा महिला को जिंदा जला डाला। महिला की बीआरडी में इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि इस दौरान आग की चपेट में आया पति अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। घटना गुरुवार की रात कैंपियरगंज के राजपुर गांव में हुई। युवक की हरकत से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। परिजनों की तहरीर पर तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके पुलिस जांच में जुटी है। वहीं सूत्रों का दावा है कि युवक की नीयत काफी समय से महिला पर खराब थी। लेकिन महिला उससे दूरी बनाकर रखती थी। इससे खार खाए युवक ने इस घटना को अंजाम दे डाला।
रात में एक बजे लगाई आग
गुरुवार की रात राजपुर निवासी महेंद्र पासवान, उसकी पत्नी शर्मिला घर के बाहर चारपाई पर सो रहे थे। उनके बगल में दूसरी चारपाई पर तीन बच्चों सो रहे थे। रात में करीब एक बजे अचानक दंपति की चारपाई में आग लग गई। दोनों के शोर मचाने पर बच्चे भी जगकर चिल्लाने लगे। शोर सुनकर महेंद्र के भाई राजेंद्र और पास पड़ोस के लोग दौड़ पड़े। किसी तरह से आग बुझाकर लोगों ने दंपति को कैंपियरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचाया। हालत गंभीर बताते हुए प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर्स ने दंपति को मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी। परिजन दोनों को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उपचार के दौरान शुक्रवार की सुबह शर्मिला की मौत हो गई। महेंद्र की हालत नाजुक बनी हुई है।
कहीं यह तो नहीं वजह
आशंका जताई जा रही है युवक ने एकतरफा इश्क में यह कदम उठाया है। बताया जाता है कि महिला का पति बाहर रहकर कमाई करता था। इस दौरान उक्त युवक की नीयत महिला के ऊपर खराब हो गई। लेकिन महिला उससे दूरी बनाए हुई थी। बताया जाता है कि कुछ माह पहले महिला का पति वापस आ गया। इससे युवक के अरमानों पर पानी फिर गया। जब उसे अपने कलुषित मकसद में कामयाबी मिलती नहीं दिखी तो उसने तरह-तरह से महिला को परेशान करना शुरू कर दिया। दो अप्रैल को शर्मिला नेचुरल कॉल के लिए घर से बाहर गई। तब आरोपी ने उस पर हमला करके रस्सी से गला कस दिया था। महिला की जान निकलने का भरोसा होने पर गांव छोड़कर फरार हो गया। कई दिनों तक उपचार कराने पर महिला की हालत सुधरी।
मोबाइल भी चुराया था
मेडिकल कॉलेज में भर्ती महेंद्र ने पुलिस को बताया कि गांव के ही युवक ने दोनों को जिंदा जलाया है। पति के मुताबिक युवक ने शर्मिला का मोबाइल चुरा लिया था। रंगे हाथ पकड़े जाने पर उसकी काफी बदनामी हुई थी। तभी से वह शर्मिला की जान लेना चाहता था।
काश, तब सुन लेती पुलिस
घटना में पुलिस की गैरजिम्मेदारी भी सामने आ रही है। मृत महिला के पति के मुताबिक दो अप्रैल की घटना में अगर पुलिस ने ढंग से एक्शन लिया होता तो शायद आज शर्मिला सलामत होती। उधर तीनों बच्चे मां की मौत और पिता की नाजुक हालत के बीच असहाय महसूस कर रहे हैं।
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बचाने में झुलसे महेंद्र के बड़े भाई
चारपाई पर सो रहे महेंद्र और शर्मिला के बिछौने में आग देखकर लोग परेशान हो गए। आनन फानन में आग बुझाने पहुंचे महेंद्र के बड़े भाई राजेंद्र भी आग की लपटों की चपेट में आ गए। छोटे भाई और भयहू को बचाने में उनका हाथ भी झुलस गया। घटना से परिवार और गांव के लोग दंग रह गए। शुक्रवार की सुबह राजेंद्र ने पुलिस को सूचना देकर केस दर्ज कराया। तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके पुलिस जांच में जुट गई। हालांकि काफी देर तक पुलिस तहरीर मिलने से मुकरती रही। महिला की मौत होने की सूचना पर आनन-फानन में केस दर्ज कर लिया गया।
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