- शॉप चलाने की आड़ में करते थे चोरी

- जिले के बाहर देते थे लूट व चोरी की घटना को अंजाम

- नौ घटनाओं का पर्दाफाश, लूट की रकम व तमंचा बरामद

GORAKHPUR: दुकान चलाने की आड़ में चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम देने वाले चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से चोरी की बाइक, मोबाइल, लूट की रकम के साथ-साथ तमंचे, कारतूस भी बरामद किया। गिरफ्तार शातिरों ने शहर में नौ वारदातों को अंजाम दिया। इसका पर्दाफाश करते हुए पुलिस गिरोह के फरार अन्य साथियों की तलाश में लगी है।

पुलिस ने संदिग्धों को पकड़ा

एसएसपी अनंत देव ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि लूट और चोरी की वारदातों के खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया था। बुधवार को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ बदमाश चोरी की बाइक पर गुलरिहा के रोहुआ नाला के पास से गुजर रहे हैं। पुलिस टीम ने दबिश देकर दो बाइक से जा रहे चार संदिग्ध लोगों को पकड़ लिया। गाड़ी के कागजात मांगने पर उन्होंने कबूल किया की गाड़ी चोरी की है। पूछताछ में उन्होंने बाइक चोरी और लूट की कई वारदातों में शामिल होने की बात स्वीकार की।

एक देवरिया, तीन गोरखपुर के

पूछताछ के दौरान पकड़े गए बदमाशों की पहचान चिलुआताल, मानीराम के सिक्टौर निवासी प्रहलाद भारतीय उर्फ नेता, अमरीश विश्वकर्मा, महला गांव के राजू निषाद और देवरिया कोतवाली, खोराराम के राजकुमार के रूप में हुई। पकड़े गए अभियुक्तों के पास से चोरी की दो मोटरसाइकिल, दो तमंचा चोरी के दो मोबाइल फोन और पांच हजार रुपये नकद बरामद हुआ। बाइक पर बदमाशों ने गलत नंबर प्लेट लगा रखी थी। चारों बदमाशों ने बताया कि उन लोगों ने संतकबीरनगर में एक लाख रुपए की लूट की थी, जिसमें उन्हें 12-12 हजार रुपये मिले थे। इसके अलावा उन लोगों ने गुलरिहा, चिलुआताल में राहजनी, चोरी की कई घटनाओं को अंजाम दिया है।

नेता है गिरोह का सरगना

बैटरी की दुकान चलाने वाले प्रहलाद उर्फ नेता गिरोह का सरगना है। उसी के इशारे पर सभी काम करते हैं। राजू भी मजनू चौराहे पर मोबाइल की दुकान चलाता है। किसी कारण से दुकान बंद हो गई, जिसके चलते गलत संगत में पड़ गया और नेता ने उसे गिरोह से जोड़ लिया। बीए पास अमरीश फैजाबाद की मार्केटिंग कंपनी से जुड़ा था। किसी जरिए नेता उसके संपर्क में आया और वह भी कंपनी से जुड़ गया। धीरे-धीरे नेता के बहकावे में आकर वह लूट, चोरी की घटनाओं को अंजाम देने लग गए। मुंबई में लेमिनेशन का काम करने वाले राजकुमार ने भी नेता पर वरगलाने का आरोप लगाया।

गिरफ्तारी टीम के सदस्य

एसओ गुलरिहा अनिल सिंह यादव, उप निरीक्षक जयवर्धन सिंह, प्रभारी सर्विलांस क्राइम ब्रांच गोपाल प्रसाद, चौकी प्रभारी राजेश कुमार, कांस्टेबल संजय यादव, अरविंद गिरी, विमिलेश द्विवेदी, रामगोपाल यादव, मनोज यादव, देवेंद्र यादव, आशुतोष श्रीवास्तव, धर्मेद्र नाथ तिवारी, कुतुबुद्दीन, विनोद कुमार शामिल रहे। इस सफलता पर एसएसपी अनंद देव ने टीम को पांच हजार से पुरस्कृत किया।

गिरोह के चार सदस्य सुधीर, अनुज तिवारी, कपिल देव और मनीष फरार चल रहे हैं। इसके अलावा मनोज, सूरज सिंह और सूरज दुबे को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज दिया गया है। फरार साथियों की तलाश में दबिश जारी है।

अनंद देव, एसएसपी