- एक कॉल पर वालंटियर्स घर पर जाकर बनाएंगे पेंशनर्स का लाइफ सर्टिफिकेट

- सिटी में 6 जबकि प्रदेश में 2095 जगह बनाया जाएगा डिजिटल सर्टिफिकेट

- नाइलिट को मिला है जिम्मा, पहले दिन बने 9 सर्टिफिकेट

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : सेंट्रल गवर्नमेंट की ओर से पेंशनर्स के लिए स्टार्ट की गई 'जीवन प्रमाण' स्कीम की ट्यूजडे से शुरुआत हो गई। अगर आप भी पेंशनर हैं और चलने-फिरने के लिए आपको दूसरों का सहारा लेना पड़ता है, तो आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। आप अपना जीवन प्रमाण सर्टिफिकेट घर बैठे ही बनवा सकते हैं। बस इसके लिए आपको नियरेस्ट लोकेशन पर मौजूद सेंटर के वालंटियर के कॉन्टैक्ट करना होगा, जो आपके घर पहुंचकर सभी फॉर्मेल्टी पूरी करवा लेगा। इसके बदले आपको निर्धारित पेमेंट के साथ कनवेंस चार्ज देना होगा।

पहले दिन बनवाए गए 9 सर्टिफिकेट

पेंशनर्स को हर साल अपने बैंक में लाइफ सर्टिफिकेट देना पड़ता है। इस दौरान उन्हें बैंक के चक्कर लगाने ही पड़ते हैं, जिसके बाद ही उनकी पेंशन रिलीज हो पाती है। सीनियर सिटीजंस की इस परमनेंट प्रॉब्लम को दूर करने के लिए 'जीवन प्रमाण' स्कीम शुरु की गई है। इसका जिम्मा नाइलिट को मिला है। नाइलेट के डिप्टी डायरेक्टर निशांत त्रिपाठी ने बताया कि गोरखपुर में फ‌र्स्ट डे 9 लोगों ने इस स्कीम का फायदा उठाते हुए डिजिटल सर्टिफिकेट बनवाया है। इसमें पहला सर्टिफिकेट नाइलिट सेंटर पर एमएमएमयूटी से रिटायर्ड 66 वर्षीय डॉ। आरडी पांडेय का बनाया गया है।

तो पहले पता करें लोकेशन

अगर आपको भी जीवन प्रमाण सर्टिफिकेट बनवाना है तो इसके लिए आपको सबसे पहले नियर बाई लोकेशन जाननी बहुत जरूरी है। गोरखपुर में फिलहाल 6 सेंटर्स पर इसकी शुरुआत हुई है। अपके एरिया में यह कहां बन रहा है, इसको जानने के लिए www.द्भद्गद्ग1ड्डठ्ठश्चह्मड्डद्वड्डड्डठ्ठ.द्दश्र1.द्बठ्ठ पर लॉगिन करना होगा। इस पर गोरखपुर के साथ 2095 सेंटर्स की डीटेल मौजूद है। निशांत त्रिपाठी ने बताया कि इस सर्टिफिकेट को बनवाने के लिए 50 रुपए पेमेंट भी करना होगा। गोरखपुराइट्स को फ्यूचर में प्रॉब्लम न हो, इसके लिए एक हफ्ते में सिटी के सभी ऑथराइज नाइलिट सेंटर पर यह फैसिलिटी अवेलबल करा दी जाएगी।