- स्कूल के सामने ही चल रही शराब की दुकान

- आए दिन महिलाओं पर शराबी करते हैं छींटाकशी

BHATHAT: भटहट कस्बे में नियमों को ताक पर रख शराब की दुकानें संचालित हो रही हैं। स्कूलों के पास तक धड़ल्ले से शराब की दुकानें चल रही हैं, लेकिन जिम्मेदार चुप्पी साध कर बैठे हुए हैं। किस आधार पर विभाग लाइसेंस देता है यह तो साहब लोग जानें, पर यहां मानकों की अवहेलना डंके की चोट पर हो रही है। शराब विक्रेताओं को कानून का डर नहीं है। चाहे वो किसी धार्मिक स्थल के सामने हो या फिर कोई शिक्षण संस्थान हर जगह शराब की दुकाने संचालित करने के लिए विभाग लाइसेंस दे दे रहा है।

स्कूल से सटे चल रही दुकान

सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि भटहट कस्बे में जिस बिल्डिंग में सेंट मार्क स्कूल विगत 8 सालों से संचालित है, ठीक उसके सटे ही देशी शराब की दुकान धड़ल्ले से चल रही है। इससे यहां पढ़ने वाले बच्चों पर इस माहौल का क्या प्रभाव पड़ता होगा, यह आसानी से समझा जा सकता है। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि थोड़ी दूर पर ब्लॉक भटहट और खंड शिक्षा अधिकारी का कार्यालय भी है, बावजूद इसके इन दुकानों पर अब तक उनकी नजर नहीं पड़ी है।

आए दिन होती है छेड़खानी

जिन चौराहों पर शराब की दुकानें हैं, उस रास्ते महिलाओं, लड़कियों का आना-जाना दूभर है। इसकी वजह है दुकान पर शराबियों का लगा हुजूम। जब भी वह इधर से गुजरतीं है तो शराबी उनपर छींटाकशी करने से बाज नहीं आते। भटहट कस्बे की महिलाएं कहती हैं कि अब तो रास्ते से गुजरने में डर लगता है। शाम होते ही शराबियों की भीड़ चौराहे पर जुट जाती है। देर रात तक इनका जमघटा लगा रहता है। देशी शराब की दुकान गोरखपुर महाराजगंज रोड पर स्थित है और इसी रास्ते से पटेल स्मारक इंटर कॉलेज और रामजतन इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं का आना-जाना होता है।

ये हैं नियम

शराब की दुकानों को किसी भी ऐसे स्थान से 100 मीटर की दूरी पर होना चाहिए। विभाग सब मानकों को जांचने के बाद ही हर साल इनका लाइसेंस रिन्यूअल भी कर देता है।

हमने उच्च अधिकारियों के साथ-साथ गुलरिहा पुलिस को भी इस मामले से अवगत कराया है, लेकिन कोई सुनता ही नहीं है।

अभिषेक सिंह, प्रधानाचार्य, सेन्ट मार्क स्कूल, भटहट

रेग्युलर जांच कराई जाती है। अगर ऐसा है, तो गलत है। इन दिनों को जल्द ही हटवा दिया जाएगा।

- आर एन यादव, डीओ , आबकारी विभाग