- बैठक कर गोरखपुर बार एसोसिएशन के वकील गए हड़ताल पर

- सरकार से की मुआवजे की मांग, आरोपी पुलिसकर्मियों को किया जाए सस्पेंड

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : गोरखपुर के सभी वकील अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। बार काउंसिल का अगला आदेश आने तक कचहरी में हड़ताल जारी रहेगी। इलाहाबाद कचहरी में बुधवार दोपहर एक मामले को लेकर पुलिस और एडवोकेट आमने-सामने हो गए। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। पुलिस ने वकीलों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा तो हवाई फायरिंग भी की। फायरिंग में एक वकील की गोली लगने से मौत हो गई तो एक वकील गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस और सरकार के इस रवैये के खिलाफ वकीलों ने पूरे प्रदेश में मोर्चा खोल दिया है। इसी क्रम में गोरखपुर के वकील भी हड़ताल पर चले गए।

बैठक कर बनाई हड़ताल की रणनीति

इलाहाबाद में हुए संघर्ष की जानकारी मिलते ही गोरखपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मधुसुदन त्रिपाठी और महामंत्री जितेंद्र धर दूबे ने एक औचक बैठक बुलाई। बैठक में इस पूरे मामले की निंदा करते हुए आगे की रणनीति तय की गई। दोपहर तीन बजे शुरू हुई बैठक के बाद सभी वकीलों ने एकजुट होकर पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और काम ठप कर दिया। सभी वकील टोकन हड़ताल पर चले गए। तभी बार काउंसिल से आए निर्देश के बाद टोकन हड़ताल, अनिश्चितकालीन हड़ताल में बदल गई। वकीलों ने कहा कि जब तक बार काउंसिल का अगला आदेश नहीं आएगा, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। पुलिस का यह कृत्य सरकार की निरंकुशता को दर्शा रहा है।

इलाहाबाद में वकीलों के साथ हुई मारपीट की घटना निंदनीय है। पुलिस ने पहले मारपीट की और अब फंसाने का कार्य कर रही है। इसके विरोध में सभी वकील हड़ताल पर हैं।

मधुसुदन त्रिपाठी, अध्यक्ष, गोरखपुर बार एसोसिएशन

बार काउंसिल के दिशा-निर्देश के मुताबिक विरोध जारी रहेगा। पुलिस ने जो भी किया है, वह निंदनीय है। हम मारे गए वकील के परिजन को 50 लाख और घायल को 25 लाख मुआवजा दिलाने की मांग करते हैं। साथ ही आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जाए। इलाहाबाद में हुए कृत्य के विरोध में हड़ताल जारी रहेगी।

जितेंद्र धर दूबे, महामंत्री, गोरखपुर बार एसोसिएशन