गोरखपुर (ब्यूरो)।अप्लीकेशन में उसकी मौत 26 मार्च 2021 को दिखाई गई है, जबकि साक्ष्यों के हिसाब से उनकी मौत 6 दिसंबर 2008 को ही हो चुकी थी। इसकी शिकायत के बाद रामगढ़ताल थाने में नगर निगम कर्मचारी समेत आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
मिलीभगत से मृतक का किया जिंदा
शनिवार को महानगर के थाना रामगढ़ताल में बेतियाहाता निवासी अभिषेक त्रिपाठी पुत्र बृज नाथ त्रिपाठी ने पुलिस में कंप्लेन दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि उसके बेतियाहाता स्थित मकान संख्या 260 ई पर ग्राम नगरपुर गेहना जिला मऊ निवासी प्रदीप कुमार त्रिपाठी, संतोष कुमार त्रिपाठी पुत्र र्स्व राम विजय त्रिपाठी और सुजाता जय श्री पत्नी प्रदीप कुमार त्रिपाठी द्वारा नगर निगम के कर्मचारियों से मिलीभगत करके मृतक राम विजय त्रिपाठी पुत्र स्वर्गीय राम किशन त्रिपाठी ग्राम नगरपुर, गहना, जिला मऊ का नाम नगर निगम के दस्तावेज में दर्ज करवा दिया गया है।
साल 2008 में ही हो चुकी है मौत
अभिषेक ने अपनी सूचना में यह भी बताया कि प्रदीप संतोष और सुजाता ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कराया, जिसके आधार पर राम विजय त्रिपाठी की मौत 26 मार्च 2021 को दर्ज कराई। लेकिन अभिषेक ने जो सबूत पेश किए हैं, उसके मुताबिक उनकी मौत 6 दिसंबर 2008 को ही हो चुकी है। अभिषेक ने नगर निगम के कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम के कर्मचारियों से मिलीभगत से ही यह काम कराया गया है। अभिषेक की ओर से प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर थाना रामगढ़ताल संतोष कुमार त्रिपाठी प्रदीप कुमार त्रिपाठी और सुजाता जय श्री के खिलाफ अभियोग दर्ज कर कार्यवाही कर रही है।
मामले में तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- शशिभूषण राय, प्रभारी, रामगढ़ताल