गोरखपुर (ब्यूरो)।सिटी के चारों खंडों में सिर्फ 12 मोबाइल ट्रांसफॉर्मर उपलब्ध है, लेकिन इन्हें भी इस्तेमाल में नहीं लाया जा रहा है। जिस इलाके में रात के समय ट्रांसफॉर्मर ओवरलोडिंग से हीट होने पर जल रहे हैं। उस स्थान पर मोबाइल ट्रांसफॉर्मर्स को नहीं लगाया जा रहा है। इसकी वजह से कंज्यूमर्स को रात भर बिना बिजली के रहना पड़ रहा है। सप्लाई चालू होने के लिए सुबह का इंतजार करना पड़ता है।

झेल रहे हैं कंज्यूमर्स

सिटी में 33 केवी क्षमता वाले चारों खंडों में अलग-अलग 12 मोबाइल ट्रांसफॉर्मर की व्यवस्था की गई थी, ताकि रात के समय किसी भी इलाके में ट्रांसफॉर्मर जला तो वहा तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था से सप्लाई बहाल कराई जा सके। शहर के किसी भी इलाके में ट्रांसफॉर्मर जलने के बाद उमस-गर्मी के बीच कंज्यूमर्स को परेशानी झेलनी पड़ रही है। डिवीजन के अन्य बिजली घरों पर मोबाइल ट्रांसफॉर्मर्स को लेकर 'एक अनार सौ बीमारÓ जैसे हालात बने हैं। जबकि शहर एरिया में तत्काल ट्रांसफॉर्मर बदले का फरमान जारी किया गया था। गर्मी के सीजन ने विभागीय अभियंताओं के सामने खराब ट्रांसफॉर्मर बदले जाने तक प्रभावित एरिया में बिजली की सप्लाई बनाए रखने में नाकाम साबित हो रहे हैं। इसका खामियाजा आए दिन कंज्यूमर्स को भुगतना पड़ रहा है।

डिवीजन मोबाइल ट्रांसफॉर्मर ट्रांसफॉर्मर्स की संख्या

फस्ट टाउनहाल 04 880

सेकेंड बक्शीपुर 05 688

थर्ड मोहद्दीपूर 01 253

फोर्थ राप्तीनगर 02 444

तीन दिन में फुंके 400 केवीए की तीन ट्रांसफॉर्मर

21 जुलाई-रुस्तमपुर बिजली घर से जुड़े रानीबाग में 400 केवीए का ट्रांसफॉर्मर जला

21 जुलाई -तारामंडल बिजली घर से जुड़े बिलंदपुर में रात को 400 केवीए का ट्रांसफॉर्मर फुंक गया। दूसरे दिन 12 बजे से सप्लाई रही प्रभावित।

22 जुलाई-राप्तीनगर बिजली घर से जुड़े रामजानकी नगर में 400 केवीए का ट्रांसफॉर्मर जला। शुक्रवार को दूर शाम सप्लाई हो सकी बहाल।

एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट बैंक स्कीम के तहत 20 मोबाइल ट्रांसफॉर्मर मंगाए गए हैं। अगर किसी भी इलाके में ट्रांसफॉर्मर खराब होता है तो वैकल्पिक व्यवस्था कर तत्काल सप्लाई चालू करा दी जाएगी। ताकि कंज्यूमर्स को किसी प्रकार की प्रॉब्लम ना हो सके। जल्द ही बिजली घरों को मोबाइल ट्रांसफॉर्मर को उपलब्ध कराया जाएगा।

- लोकेंद्र बहादुर सिंह, एसई शहर