- सिटी के सिनेमा हालों में सीट तक पहुंचाने के लिए नहीं मिली कोई व्यवस्था
- रैम्प और व्हीलचेयर न होने कारण घसीटते हुए सीट तक जाते हैं दिव्यांग
GORAKHPUR: मानव सदियों आपने समाज को विकसित करते में लगा हुआ। मानव सभ्यता के विकास के इतने दिनों बाद भी कुछ मामलों में हमारी सोच का दायरा अभी भी सकुंचित है। हम अभी भी अपने समाज के दिव्यांगों के समाने आने वाली दिक्कतों से छुटकारा नहीं दिला पाए हैं। आज भी सिटी के सरकारी और गैर सरकारी सार्वजनिक स्थलों पर दिव्यांगों के लिए जरूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रहीं। जबकि कुछ वर्ष पहले प्रशासन ने एक पत्र जारी कर सभी सरकारी और गैर सरकारी इमारतों में रैम्प और बनवाने और व्हीलचेयर रखने को कहा था, लेकिन के ज्यादातर संस्थान इस आदेश का पालन नहीं करते। बुधवार को आई नेक्स्ट की टीम ने सिटी स्थित सिनेमा का रियल्टी चेक किया तो यहां दिव्यांगों को थिएटर की सीट तक ले जाने की कोई व्यवस्था नहीं मिली।
विजय सिनेमा
दोपहर 12 बजे सिटी के केंद्र में स्थित विजय सिनेमा पर पहुंचकर आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मी से प्लेटिनम में एक दिव्यांग को बैठाने के लिए सुविधा पूछी। तो उसने कहा कि ले आइए हम लोग उठाकर सीट पर बैठा देंगे। सिनेमा हाल में मूवी देखने के लिए टिकट कटाने के लिए भी दो सीढि़यां चढ़नी पड़ती है। यहां कहीं रैम्प नहीं बना है। न ही दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर ही रखी गई है। इस संबंध हाल के मैनेजर बॉबी पांडेय ने बताया कि सब कुछ काफी पहले से बना हुआ है। सिनमा हॉल इंडस्ट्री घाटे में चल रही है। ऐसे में नया कुछ भी नहीं होता। किसी दिव्यांग के मूवी देखने आने पर व्यवसायिक दृष्टि और मानवता दोनों को ध्यान में रखकर किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाती है। इसके सिक्योरिटी को भी स्पष्ट निर्देश दिए गए है।
जुबिली सिनेमा
दोपहर 3:15 पर आई नेक्स्ट की टीम जुबिली सिनेमा का रियलटी चेक करने पहुंची। जहां टिकट कटाने और गेट अंदर लाने के लिए चार-पांच ऊंची-ऊंची सिढियां चढ़नी पड़ती है। इसी दौरान एक दिव्यांग टिकट लेने के लिए सिनेमा हॉल की टिकट विंडो पर पहुंच गया। यहां रैम्प नहीं होने के कारण बड़ी मुश्किल से वह टिकट विंडो पर पहुंच पाया। आई नेक्स्ट रिपोर्टर से हॉल के गेट पर तैनाम गार्ड से दिव्यांग के लिए व्हील चेयर लाने को कहा। जिसपर गार्ड ने कहा कि व्हीलचेयर तो नहीं है। आने दीजिए कोई व्यवस्था की जाएगी। इस संबंध में हॉल के मैनेजर आरए सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारे यहां तो कोई दिव्यांग मूवी देखने आता ही नहीं। मैं इस संबंध में सिनेमा हॉल के मालिकों से बात करूंगा।
दिव्यांगों के लिए नहीं है किसी सिनेमा हाल में व्यवस्था
जुबिली सिनेमा में मूवी देखने आए दिव्यांग विनय ने बताया कि कहीं कोई सुविधा नहीं मिलती। किसी तरह को हम लोग सीट तक पहुंचते हैं। सिटी के किसी सिनेमा हॉल में दिव्यांगों के लिए कोई सुविधा नहीं। हम लोग अपनी क्षमता से ही यहां आते हैं।