गोरखपुर (ब्यूरो).रंग-बिरंगी झालरों से तमाम जगहों पर सजी झांकियां चमक उठीं। जलकल भवन दो सालों बाद इस साल पूरे रौ पर था। शाम से ही सुंदर सजी झांकियों को देखने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लग गया। उधर, गीता वाटिका के राधा-कृष्ण मंदिर में सजी जेल की आकर्षण झांकी देखने में श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह रहा। यहां आरती के बाद षोडषोपचार विधि से पूजा-अर्चना की गई। मंडलीय जेल में कैदियों की बैरक में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। पुलिस लाइंस में झांकियों के बीच सांस्कृतिक आयोजन श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। रजही कैंप में भजन-कीर्तन का सिलसिला देर रात तक चला। आरपीएफ बैरक, स्टेशन रोड, आपीएफ लॉन दुर्गाबाड़ी आदि में जन्माष्टमी की खासी धूम रही। प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय मोहद्दीपुर में सजी झांकी ने भी लोगों को खूब लुभाया। मोहद्दीपुर के गोपाल मंदिर में भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं की झांकी देखने के लिए देर रात तक लंबी कतार लगी रही।
जलकल भवन और पुलिस लाइन में लगा मेला
कोरोना काल के दो सालों बाद इस साल जन्माष्टमी पर जलकल भवन के बाहर और पुलिस लाइंस में मेला लगा। झांकियां देखने पहुंचे लोगों ने मेले का जमकर लुत्फ उठाया। बच्चों का आकर्षण तरह-तरह के खिलौनों को लेकर था तो महिलाएं खानपान के स्टॉल पर ज्यादा नजर आईं।
सोशल मीडिया पर भी रही जन्माष्टमी की धूम
जन्माष्टमी पर्व पर गुरुवार की शाम से ही लोग एक दूसरे को बधाइयां व शुभकामनाएं देने लगे थे। शुक्रवार को दिन भर व्हाट्सप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि सोशल साइट पर लोग भगवान श्रीकृष्ण के चित्र व वीडियो के साथ मैसेज शेयर कर शुभकामनाएं देते रहे। शुक्रवार को देर रात तक यह सिलसिला जारी रहा। बहुत से लोगों ने फोन करके भी एक दूसरे को अष्टमी पर्व की बधाई दी।
आकर्षक का केंद्र रही झांकियां
पुलिस लाइंस, जलकल, 26 वीं वाहिनी पीएसी कैंप, जिला जेल, गोपाल मंदिर, रेलवे सुरक्षा विशेष बल द्वितीय वाहिनी रजही कैंप समेत अनेक स्थानों पर भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित झांकियां सजाई गईं। पुलिस लाइंस में आकर्षक झांकी सजाई गईं थी। जाफरा बाजार, बशारतपुर, रूस्तमपुर, बेनीगंज, तिवारीपुर, मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट, गोरखनाथ, आर्यनगर, शाहपुर, असुरन आदि मोहल्लों में झांकियां सजाई गई।
गीता वाटिका और गोपाल मंदिर में धूमधाम से मनाई गई जन्माष्टमी
गीता वाटिका स्थित श्रीराधाकृष्ण साधना मंदिर और मोहद्दीपुर स्थित गोपाल मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण के प्राकट्य का महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। मंदिर के सभी श्री विग्रहों का विशेष श्रृंगार किया गया था। श्रीकृष्ण के प्राकट्य के लिए जेल की झांकी भी सजाई गई थी.रात नौ बजे से भजन कीर्तन का शुभारंभ हुआ। भगवान श्री कृष्ण के प्राकट्य की प्रथम आरती मध्यरात्रि 11.58 बजे शुरू हुई। आरती के बाद भगवान कृष्ण का षोडशोपचार पूजन किया गया। बधाई के पदों का गायन और नाम- संकीर्तन के कार्यक्रम देर रात तक चलते रहे। वैदिक मंत्रों सहित षोडशोपचार पूजन के बाद पुन: आरती हुई। उसके बाद प्रसाद वितरण किया गया।
प्राचीता सर्वश्रेष्ठ कान्हा तो गोपाल वर्ग में तृषा अव्वल
गोरखनाथ मंदिर में कृष्ण जनमोत्सव संगीत नाटक एकेडमी के सदस्य राकेश श्रीवास्तव के संयोजन में आयोजित भजन एवं कृष्ण रूप सज्जा प्रतियोगिता के लिए आए बच्चे कृष्ण के बाल रूप में अति मनमोहक लग रहे थे। प्रतियोगिता दो वर्गों में हुई एक कान्हा वर्ग दूसरा गोपाल वर्ग रहा। कान्हा वर्ग में प्रथम स्थान प्राचीता जायसवाल, द्वितीय स्थान शौरवीर सूर्यवंशी एवं तृतीय स्थान अनिष्का श्रीवस्तवा को मिला। गोपाल वर्ग में प्रथम तृषा मिश्रा, द्वितीय स्थान दृष्टि एवं तृतीय स्थान वेदांश अग्रवाल को मिला। भजन से भक्त भाव-विभोर हो उठे।