- सहजनवां एरिया का कसरवल कांड
- कोतवाली पुलिस को मिली विवेचना, शुरू हुई जांच
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:
सहजनवां के कसरवल कांड की विवेचना कोतवाली पुलिस करेगी। संडे को घटना से जुड़े दस्तावेज कोतवाली पुलिस को रिसीव कराए गए। कोतवाली के एसएसआई ने विवेचना शुरू कर दी है। आरोपों से संबंधित तथ्य जुटाने के बाद पुलिस अभियुक्तों की गिरफ्तारी करेगी। उधर कसरवल कांड के शिकार छात्र के ब्रह्मभोज को लेकर पुलिस सशंकित है। ब्रह्मभोज के दिन किसी तरह का बवाल न हो इसको लेकर सतर्कता बरती जा रही है।
एससी का दर्जा देने की मांग पर किया आंदोलन
सात जून को सीहापार और मगहर के बीच नेता संजय निषाद की अगुवाई में लोग जमा हुए। कसरवल में प्रदर्शन के दौरान पथराव, आगजनी, तोड़फोड़ के बाद फायरिंग हुई। गोली लगने से इटावा निवासी अखिलेश की मौत हो गई। बवाल में पुलिस ने आंदोलनकारियों को चौतरफा घेरने का प्रयास किया। पुलिस ने आंदोलनकारियों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके अलावा तीन अन्य मुकदमें दर्ज कराए गए। मुकदमे के बाद कैंपियरगंज के एसओ को विवेचना सौंपी गई। राजनीति गर्माने पर नियमानुसार विवेचना ट्रांसफर करने का फैसला पुलिस अफसरों ने लिया। एसएसपी ने मुकदमे की विवेचना का निर्देश कोतवाली पुलिस को दिया। संडे को मुकदमे से संबंधित पत्रावलियां विवेचक को उपलब्ध कराई गई।
ब्रह्मभोज को लेकर संशकित है पुलिस
निषाद आंदोलन की जांच में तमाम जानकारियां पुलिस को मिली। आंदोलन के अगुवा डॉक्टर संजय निषाद का जन्मदिन सात जून को था। इसलिए उन्होंने गुपचुप तरीके से आंदोलन को ऐतिहासिक बनाने की रणनीति तय की। आंदोलन में मारे गए युवक की तेरहवीं 20 जून को होगी। इस मौके पर आंदोलनकारी दोबारा प्रदर्शन कर सकते हैं। इसको लेकर पुलिस तैयारी में जुटी है। उधर, आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी, जेल भेजने को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बनी है। राजनीतिक दबाव से पुलिस बैकफुट पर है। पुलिस का ध्यान पूरी तरह से गोली का हिसाब देने में फोकस है।
मामले की विवेचना कोतवाली पुलिस को सौंपी गई है। इससे जुड़े अन्य पहलुओं की जांच की जा रही है।
प्रदीप कुमार, एसएसपी