-सहजनवां एरिया के पिपरौली कस्बे की घटना

-घर के सामने से किया था बच्चे का अपहरण

हाईलाइटस

- खास पट्टीदार ने पुरानी रंजिश में किया था अपहरण

-पहले 50 हजार, फिर 20 और आखिर में मांगे 5 हजार

- पकड़े जाने पर बताया कि अपहरण के बाद ही अर्श को मार डाला था

- बच्चे की मौत के गम में गांव के किसी घर में नहीं जला चूल्हा

GORAKHPUR: जमाने को किसकी नजर लग गई है कि महज पांच हजार के लिए हैवानों ने इकलौते बेटे को मार डाला। घटना सहजनवां एरिया के पिपरौली की है। तीन दिन पहले अलीम के सात साल के बेटे अर्श का अपहरण हो गया था। बदमाशों ने बच्चे के चाचा से पहले 50 फिर 20 हजार की फिरौती मांगी। आखिर में पांच हजार रुपए देने पर बच्चे को छोड़ने की बात हुई थी। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। लड़के के चाचा ने जिसे अपना खास समझकर अपहरणकर्ता को पकड़ने की योजना बताई, वही उसके भतीजे का हत्यारा निकला। शनिवार की शाम गांव के पास पोखरे में बच्चे की लाश मिलने से घर में कोहराम मच गया। मां-बाप के इकलौते बेटे की हत्या से पूरे गांव में मातम पसर गया। बच्चे की हत्या के लिए लोगों ने पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। हत्या के आरोप गांव के कासिम सहित चार व्यक्तियों, उनके परिवार की महिलाओं को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ करती रही।

घर के पास खेल रहा था अर्श

पिपरौली निवासी अलीम सऊदी अरब में रहकर कमाते हैं। उनकी दो बेटियों के बीच इकलौता बेटा सात साल का अर्श कक्षा का छात्र था। 15 दिसंबर की दोपहर करीब तीन बजे अर्श अपने घर के सामने खेल रहा था। खेलते-खेलते वह अचानक लापता हो गया। परिवार के लोगों ने समझा कि पास पड़ोस में कहीं गया होगा। काफी तलाश के बाद उसका कहीं पता नहीं चला तो परिजन परेशान हो गए। शुक्रवार को भी परिजन बच्चे का पता लगाते रहे। कोई जानकारी न मिलने पर बच्चे के चाचा रहीम ने पुलिस को सूचना दी। बच्चे की तलाश करने की सलाह देकर पुलिस ने कोरम पूरा कर लिया।

फोन आने पर हरकत में आई पुलिस

शुक्रवार की रात किसी ने रहीम के मोबाइल पर कॉल किया। फोन करने वाले रहीम को बताया कि बच्चे का अपहरण कर लिया गया है। 50 हजार रुपए की फिरौती न देने पर उसकी हत्या कर दी जाएगी। बच्चे के अपहरण और फिरौती की बात सुनकर परिजनों के होश उड़ गए। लोगों ने बच्चे के अपहरण की जानकारी पुलिस को दी। शनिवार की सुबह करीब 11 बजे फिर से बच्चे के चाचा के मोबाइल पर अपहरणकर्ताओं ने फोन किया। बताया कि बच्चे की हत्या कर दी गई है। उसकी डेड बॉडी बोरे में भरकर गैस एजेंसी के पीछे गड्ढे में फेंक दी गई है। मासूम के अपहरण और हत्या की सूचना पर परिजन उस जगह पर पहुंचे। लेकिन कोई बोरा न मिलने पर लोगों ने राहत की सांस ली।

पोखरे में बरामद कराई डेड बॉडी

बच्चे की हत्या की सूचना डरे-सहमे परिजन उसकी तलाश में लगे रहे। शनिवार की शाम सहजनवां पुलिस और क्राइम ब्रांच गांव में पहुंची। गांव के एक व्यक्ति की लोकेशन मिलने पर कुछ लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही थी। इस दौरान बच्चे के चाचा से पुलिस ने गांव के कासिम की जानकारी ली। पता लगा कि वह भीड़ में खड़ा होकर पुलिस की बात सुन रहा था। पुलिस ने उसे पकड़ा तो उसके चेहरे हवाइयां उड़ने लगीं। कड़ाई करने पर कासिम ने मासूम के हत्या का राज खोल दिया। उसने बताया कि गांव के पास पोखरे की मुजहनी के बीच सफेद बोरी में डेड बॉडी रखकर छिपाया है। बोरी खोलने पर अर्श की डेड बाडी निकली। उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी।

पांच हजार पर तय किया था मामला

कासिम से पूछताछ में सामने आया कि बच्चे के बदले उसके चाचा से 50 हजार मांगा जा रहा था। लेकिन बाद में 20 हजार देने को कहा गया। इस पर भी बात नहीं बनी तो पांच हजार में सौदा तय हो गया। कासिम ने रात में गांव के भीतर पेड़ के चबूतरे पर पैसा रखने को कहा। लेकिन इस बात की जानकारी रहीम ने सबको दे दी। उसने अपने लोगों से कहा कि अपहरणकर्ता रात में रुपए लेने आएगा तब उसको पकड़ लेंगे। गांव के एक व्यक्ति ने कासिम को बताया कि अर्श को उठाने वाले बदमाश रात में फिरौती लेने आएंगे। पकड़े जाने के डर से रात में कासिम रकम लेने नहीं गया। शनिवार की सुबह तक चबूतरे पर पैसा पड़ा रहा। पुरानी रंजिश में बच्चे के मर्डर की बात सामने आने पर पुलिस ने कासिम के भाई ताहिर और पिता शेर अली को भी हिरासत में ले लिया। इनके अलावा गांव में किराए के मकान में रहकर सिलाई करने वाले सलेमपुर निवासी अल्ताफ को भी पकड़ लिया। उनके परिवार की महिलाओं से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।

वर्जन

कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। फिरौती के लिए बच्चे की हत्या कि गई या अन्य किसी वजह से, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपी पक्ष से बच्चे के परिवार की रंजिश थी।

राकेश सिंह यादव, इंस्पेक्टर, सहजनवां