गोरखपुर (ब्यूरो)।हालांकि, इस बार कोरोना पेशेंट होम आइसोलेशन में ही ठीक हो जा रहे हैं। इन्हें पहले से ही बात के लिए सचेत किया जाता रहा है।
सेनेटाइजर से 40 सेकेंड तक साफ करें हाथ
हेल्थ डिपार्टमेंट अब कोविड की चेन तोडऩे के लिए (टेस्टिंग, आइसोलेशन, ट्रीटमेंट) टीआईटी का मंत्र अपना रहा है। इस मंत्र को अपनाने से कोविड की चेन टूटेगी और साथ में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने से इस बीमारी पर लगाम लग सकता है। सीएमओ ने अपील की है कि लक्षण दिखते ही कोविड की जांच अवश्य कराएं। जांच की सुविधा सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है। घर से बाहर निकलें तो मास्क लगाएं और समय समय पर हाथों को साबुन पानी या सेनेटाइजर से 40 सेकेंड तक साफ करते रहें।
45 हॉस्पिटल में हो रहा कोविड टेस्ट
सीएचसी व पीएचसी, शहर के 23 स्वास्थ्य केंद्रों, एयरपोर्ट, बीआरडी मेडिकल कॉलेज और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स समेत कुल 45 राजकीय अस्पतालों में कोविड जांच की सुविधा है। जिला अस्पताल के बगल में स्थित संक्रामक रोग अस्पताल और चरगांवा पीएचसी पर सुबह आठ बजे से रात्रि आठ बजे तक कोविड जांच की सुविधा दी जा रही है। जिले में इस समय कोविड मरीजों की संख्या सवा सौ से अधिक है।
डेली 1200 की औसत सैंपलिंग
जिले में डेली 1000-1200 लोगों की कोविड जांच की जा रही है। लक्षणों के बावजूद जांच न करवाने वाले दूसरों के लिए संक्रमण का कारण बन रहे हैं। ऐसे लोगों के जरिए कोविड संक्रमण को रोकने का एक प्रमुख उपाय यह भी है कि जब भी घर से बाहर जाएं मास्क अवश्य लगाएं। होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों की मदद के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 38 रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) और शहरी क्षेत्र में 14 आरआरटी का गठन किया गया है।
ये बचाव जरूरी
- सभी लोग मास्क लगाएं, शारीरिक दूरी का पालन करें, समय-समय पर अपने हाथों को सेनेटाइज करें।
- सार्वजनिक स्थानों की दीवार, रेलिंग, खिड़की और दरवाजों को छूने से बचें।
- अनावश्यक रूप से कहीं पर भी भीड़ ना लगाएं।
- बच्चे, बीमार और बुजुर्ग भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
- प्रयास करें कि शादी समारोह या अन्य उत्सव में कम से कम लोग प्रतिभाग करें।
- सार्वजनिक आयोजन खुले में ही किए जाएं या जहां पर क्रास वेंटिलेशन हो।
- अस्पताल जाएं तो कोविड प्रोटोकॉल का और सख्ती से पालन करें।