- तिवारीपुर एरिया से बच्ची का अपहरण किए जाने का मामला
- बिना डिग्री प्रैक्टिस करने के लिए झोला छाप पर स्वास्थ्य विभाग करेगा कार्रवाई
GORAKHPUR: तिवारीपुर एरिया के जफर कॉलोनी से बच्ची महक के अपहरण के आरोपी रिक्शा चालक हरेन्द्र को मंगलवार को पुलिस ने जेल भेज दिया। वहीं आरोपित झोला छाप की भूमिका भले ही किडनैपिंग में नहीं मिली लेकिन बिना किसी डिग्री प्रैक्टिस किए जाने के चलते अब स्वास्थ्य महकमा उस पर कार्रवाई करेगा। उसके खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा।
बहला-फुसला कर लिया अपहरण
सोमवार को गोरखनाथ एरिया के हुमायूंपुर, उत्तरी जाहिदाबाद कॉलोनी में मो। इरफान की बेटी महक बाहर खेल रही थी। उसी दौरान चौरीचौरा एरिया के भरतपुर गांव का महेंद्र उर्फ हरेंद्र ने बहला-फुसलाकर उसका अपहरण कर लिया। वह उसे कोना, सोनबरसा स्थित अपनी मौसी के घर लेता गया। पब्लिक ने बच्ची के रोने की आवाज सुनी तो शक हुआ। आरोपी के साथ ही महक को पुलिस को सौंप दिया। आरोपी हरेन्द्र ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह एक झोलाछाप डॉक्टर के लिए बच्ची चुराता है और उसे 5 हजार में बेच देता है। लेकिन पुलिस की जांच में यह बात झूठी निकली। मंगलवार को पुलिस ने रिक्शा चालक हरेंद्र उर्फ महेंद्र पर बच्ची के अपहरण का केस दर्ज कराकर उसे न्यायालय में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं आरोपी झोलाछाप डॉक्टर के मामले की जांच डिप्टी सीएमओ डॉ। एनके पांडेय और वरिष्ठ सहायक केके श्रीवास्तव ने की। वह किसी तरह की कोई डिग्री नहीं दिखा पाया। अब महकमा उसके खिलाफ केस दर्ज कराने की तैयारी में है।