- दबंगों के डर से घर छोड़ दी केशो

- लखनऊ तक फरियाद लगाने के बाद भी नहीं मिला न्याय

GORAKHPUR: न्याय की गुहार लगाने वालों की अर्जी तो हाकिमों तक पहुंच रही है। लेकिन उनकी आवाज अफसरों तक नहीं पहुंच पा रही। डीएम से लेकर सीएम तक फरियाद लगा रहे लोगों की फाइल में सिर्फ कागज बढ़ रहे हैं। न्याय की गुहार वाली दरख्वास्त पर सिर्फ जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन मिल रहा है। सिस्टम से न्याय की आस में देवरिया कोतवाली की केशो देवी पांच माह से भटक रही है। डीएम से लेकर सीएम तक फरियाद लगाने के बाद भी महिला को न्याय नहीं मिल सका।

जबरन रास्ता मांग रहे दबंग

केशो देवी ने बताया कि उसके पति शंभूनाथ दिल्ली में रहकर मजदूरी करते हैं। बेटा राहुल और बेटी सविता है। कोतवाली एरिया के बिनटोली में उसका मकान था। अगल-बगल में रहने वाले लोगों ने अपना घर बना लिया। उसका दो कमरों का पुराना और जर्जर मकान ढहने लगा। इससे परेशान होकर महिला ने नया घर बनवाने की तैयारी शुरू की। नींव खोदे जाने पर पड़ोसियों ने रास्ता मांगना शुरू कर दिया। कंस्ट्रक्शन काम बंद करा दिया। विरोध करने पर मारपीट कर घायल कर दिया। छह मार्च को हुए विवाद की सूचना पुलिस को दी गई। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के डर से उसने बेटा-बेटी को पति के पास भेज दिया। न्याय की गुहार लेकर वह देवरिया, गोरखपुर और लखनऊ के चक्कर लगा रही है।