गोरखपुर (ब्यूरो).करवा चौथ पर सजने संवरने का विशेष है। इसके लिए महिलाएं काफी पहले से ही तैयारी शुरू कर देती हैं। सैलून-ब्यूटी पार्लर्स ऑनर्स ने भी करवा चौथ के लिए स्पेशल पैकेज निकाले हैं। शाइनी मेकओवर सैलून की ओनर शाइनी अग्रवाल ने बताया कि उनके यहां करवा चौथ के लिए स्पेशल लोटस फेशियल, थ्रेडिंग, मोल्ड मास्क, पेडिक्योर, आइब्रो, ब्लीच समेत ऑफर्स हैं।
मेहंदी के लिए स्टॉल
करवा चौथ पर महिलाएं सिर से लेकर पांव तक पूर्ण श्रृंगार करती हैं, जिसमें बिंदी, सिंदूर, टीका, काजल, मेहंदी, चूडियां, हेयर असैसरीज, इत्र आदि होते हैं। महिलाओं को मेहंदी लगाने के लिए सिटी गोलघर में कई स्टॉल लगे हुए हैं। बुधवार को इन स्टॉल्स पर भारी भीड़ देखने को मिली। यहां पर मेहंदी के लिए कई तरह के डिजाइन और ऑफर्स उपलब्ध हैं।
स्पेशल पूजन थाली
करवा चौथ पर मार्केट में स्पेशल पूजन थाली मिल रही है। इसमें पूजन सामग्री से लेकर पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली सींक, करवा, छलनी मौजूद है। वहीं इस व्रत में इस्तेमाल होने वाले करवे की खूब खरीदारी हुई। करवा के अलग-अलग डिजाइन और वेरायटी मार्केट में उपलब्ध है।
पति खरीद रहे स्पेशल गिफ्ट
पति करवा चौथ पर पत्नियों के लिए कई गिफ्ट खरीद रहे हैं। इसके लिए गिफ्ट और साड़ी की दुकानों काफी भीड़ देखने को मिली। करवा चौथ पर रात्रि पूजन के बाद गिफ्ट देने का भी महत्व है। मार्केट में ट्रेडिशनल साड़ी, गहने, कस्टमाइज्ड पेंडेंट, हैंडबैग, परफ्यूम आदि की काफी खरीदारी हुई।
ये मेरा दूसरा करवा चौथ है। अखंड सुहाग के इस व्रत के लिए सारी तैयारी पूरी हो गई हैं। मेहंदी के लिए काफी अच्छे डिजाइन और ऑफर्स उपलब्ध हैं।
मनमीत कौर जायसवाल
करवा चौथ के लिए सारी तैयारी हो गई हैं। इस बार सजावट और मेहंदी के लिए काफी अच्छे ऑफर्स हैं। सभी सामान की अलग-अलग वेरायटी भी अवेलेबल है।
निधि पांडेय
अघ्र्य देने के बाद भोजन
पंडित शरद चंद मिश्र ने बताया कि करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। जो इस वर्ष 13 अक्टूबर दिन गुरुवार को पड़ रहा है। यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति के मंगल और समृद्धि के लिए करती है। इस व्रत में सुहागिन महिलाएं, उक्त दिवस को मुंह अंधेरे से चंद्रमा निकलने तक निर्जला रहकर करती है।
रोहिणी नक्षत्र और सिद्धि योग भी
बताया कि इस दिन सूर्योदय 6 बजकर 14 मिनट पर और कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि का मान सम्पूर्ण दिन और रात में 2 बजकर 58 मिनट तक, कृत्तिका नक्षत्र सांय काल 7 बजकर 43 मिनट पश्चात रोहिणी नक्षत्र और सिद्धि योग भी है.चन्द्रमा की स्थिति वृषभ राशि पर होने से वह उच्च स्थिति में रहेंगे। बताया कि कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को केवल चंद्र देवता की पूजा नहीं होती है, बल्कि शिव- पार्वती और स्वामी कार्तिकेय की भी पूजा की जाती है।
अघ्र्य का समय
इस दिन चन्द्रोदय रात में 7 बजकर 54 मिनट पर है। इसी समय अघ्र्य दिया जाएगा।