- चैत्र रामनवमी में कन्या पूजन की तैयारी में जुटे गोरखपुराइट्स
- सुबह 5 बजे से 7 बजे के बीच का समय कन्या पूजन के लिए शुभ
- सुबह 9 से 10.30 बजे के बीच न करें हवन
GORAKHPUR: आज चैत्र नवरात्र की नवमी है। आज हर कोई कन्याओं को पूजेगा। भारतीय संस्कृति में कन्या पूजन का बहुत महत्व है। इसके लिए काफी साफ सफाई की आवश्यकता होती है। ज्योतिषचार्य की मानें तो अष्टमी और नवमी में कन्याओं के पूजन से सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।
सुबह भ् बजे से 7 बजे तक ही कन्या पूजन का मुहूर्त
पं। शरद चंद्र मिश्र की माने तो शनिवार की सुबह भ् बजे से 7 बजे तक कन्याओं के पूजन से यश और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। वे बताते हैं कि ख् वर्ष से क्0 तक की कन्याओं को नवरात्र में पूजन के योग्य माना गया है। यही वजह है कि नवरात्र में व्रत रखने वाले जातक के लिए कन्या पूजन अति आवश्यक है।
मिलता है कन्या पूजन से लाभ
पं। शरत चंद्र मिश्र की मानें तो दो कन्या के पूजन से भोग, तीन कन्या की पूजन से धर्म, अर्थ काम की प्राप्ति होती है। चार कन्या के पूजन से सेवावृत्ति, पांच कन्या से विद्या की प्राप्ति होती है। छह कन्याओं के पूजन से सिद्धि, सात कन्या से राज्यपद की प्राप्ति, आठ कन्या की पूजन से सम्पूर्ण संपदाएं और नौ कन्याओं के पूजन से प्रभुत्व की प्राप्ति होती है।
कन्या पूजन के बाद तोड़ सकते हैं व्रत
नवरात्र के मौके पर कन्या पूजन महत्वपूर्ण होता है। इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि तीन, पांच और सात कन्याओं का पूजन करके ही व्रती व्रत तोड़े। कन्याओं को पूजन के साथ उनका आशीर्वाद लेना भी अनिवार्य है। कन्याओं के आशीर्वाद से ही नौ दिन का व्रत सफल माना जाता है।
इस बीच न करें हवन
पं। शरद चंद्र मिश्र बताते हैं कि सूर्योदय से लेकर पूरे दिन किसी भी वक्त हवन कर सकते हैं, लेकिन सुबह 9 से क्0.फ्0 बजे बीच हवन करना लाभदायक नहीं होगा। राहुकाल में किया गया हवन काफी नुकसान दायक है।
इससे करें हवन
गाय के दूध की बनी खीर, काला तिल, घी, पंचमेवा, गुड़, जटामाशी, गुग्गुल, केसर, कस्तूरी, भोजपत्र, बेल की गुद्दी, गन्ने का टुकड़े से किया गया हवन सार्थक होता है।
पिछले क्भ् सालों से कन्याओं का पूजन कर रही हूं। उनके पूजन से एश्वर्य की प्राप्ति के साथ-साथ सुख-समृद्धि का भी लाभ मिलता है।
आशा, हाउस वाइफ
नवमी पर कन्याओं के पूजन के लिए पूरी तैयारियां कर ली है। सुबह के पकवान के लिए सारी सामग्री भी आ चुकी है। बस उनके पूजन के लिए इंतजार है।
माधुरी, हाउस वाइफ