- छह साल बाद फिर लाइमलाइट में आया कैलाश ढाढ़ी
- नये युवकों का गैंग बनाकर कराता रहा लूट, पुलिस ने किया अरेस्ट
GORAKHPUR : जिले में ताबड़तोड़ लूट से दहशत फैलाने वाले गैंग का सरगना कैलाश ढाढ़ी पकड़ा गया। बुधवार की शाम सवा चार बजे पुलिस ने बांसगांव एरिया के बढ़नी मोड़ के गोगहरा पुल से उसको अरेस्ट किया। शातिर के पास से तमंचा, कारतूस, नकदी, बैग और चोरी की बाइक बरामद हुई। पांच हजार का इनामी कैलाश ढाढ़ी प्रधानी की तैयारी में लगा था। रुपए की कमी पूरी करने के लिए उसने नये युवकों की गैंग बनाकर वारदातें की। यह खुलासा बृहस्पतिवार की दोपहर एसएसपी प्रदीप कुमार ने किया। पुलिस लाइन सभागार में बताया कि उसके अन्य साथियों को पहले अरेस्ट करके जेल भेजा जा चुका है। उससे जुड़े अन्य लोगों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।
क्राइम ब्रांच को थी तलाश
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के एजेंट, बिजनेसमैन और सर्राफा कारोबारियों का बदमाशों ने चैन छीन लिया। ताबड़तोड़ लूट करके पुलिस को कड़ी चुनौती दी। एसएसपी प्रदीप कुमार ने क्राइम ब्रांच की सर्विलांस टीम और स्वाट टीम को बदमाशों की तलाश में लगाया। बुधवार की शाम क्राइम ब्रांच की टीम और बांसगांव पुलिस डढ़वा चतुरी के पास पहुंची। खजनी से आ रहे बाइक सवार को रोककर पुलिस ने तलाशी ली। उसके पास से तमंचा बरामद हुआ। बाइक का कोई पेपर न होने से पुलिस का शक गहरा गया। जांच में बाइक पर लगा रजिस्ट्रेशन नंबर फर्जी निकला। पूछताछ में युवक ने बताया कि वह धईसरा निवासी कैलाश ढाढ़ी है। उसने अपने साथी के साथ मिलकर गोरखनाथ एरिया के शास्त्री नगर से बाइक चुराई थी।
आधा दर्जन वारदातों का आरोपी
कैलाश ने पुलिस को बताया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर लूट कर रहा था। बांसगांव और बड़हलगंज में माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों, झुमिला के पास ज्वेलरी कारोबारी से लूट में उसके सहयोगी इंद्रजीत, भोला, जयबिंद और भोला शामिल रहे। फोरलेन पर सिक्टौर के पास भी उन लोगों ने एक राहगीर को निशाना बनाया था। उसकी बाइक लूटकर भाग गए थे।
- 22 जुलाई को एसकेएस माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी से 68 हजार की लूट
- 28 अगस्त को एसकेएस माइक्रो फायनेंस कंपनी के कर्मचारी से 51 हजार रुपए की लूट
- 14 अगस्त को फोरलेन पर सिक्टौर के पास राहगीर से बाइक की लूट
- आठ अगस्त को शास्त्री नगर मोहल्ले से बाइक चोरी
- बड़हलगंज में आभूषण कारोबारी को घर के पास गोली मारकर लूटपाट
रेकी करता था कैलाश
कैलाश ढाढ़ी के खिलाफ सहजनवां, बांसगांव, श्यामदेउरवा, पनियरा, कोतवाली, सिकरीगंज, संतकबीर नगर जिले के धनघटा, बड़हलगंज सहित कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं। लूट, हत्या, हत्या के प्रयास, चोरी, चोरी के माल के साथ पकड़े गए कैलाश पर गुंडा और गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई हो चुकी है। दियारा क्षेत्र में सक्रिय शातिर बदमाश अमरजीत यादव और संजय यादव के लिए कैलाश रेकी करता था। वह बैंक और बाजारों में बिजनेसमैन की सूचना बदमाशों को देता था। बाद में खुद वारदातें करने लगा। वर्ष 2009 के बाद अचानक कैलाश गायब हो गया। इस साल गांव में प्रधानी लड़ने का मन उसने बनाया तो दोबारा तमंचा उठा लिया। नये बदमाशों का गैंग बनाकर लूटपाट करने लगा। चार दिन पहले पुलिस ने उसके अन्य साथियों को अरेस्ट करके जेल भेजा था।
वर्कआउट पर मिला इनाम
शातिर बदमाश कैलाश को पकड़ने वाली टीम को एसएसपी ने पांच हजार का इनाम दिया। बांसगांव के एसओ राजनाथ सिंह, स्वाट प्रभारी गोपाल प्रसाद, एसआई संजय कुमार, कांस्टेबल सनातन सिंह, अविनाश कुमार, धर्मेद्र तिवारी, कुतुबुद्दीन, देवेंद्र यादव, राहुल कुमार आर्या और अनिल कुमार की टीम को सम्मानित किया। एसपी ग्रामीण ब्रजेश सिंह ने पुलिस टीम का हौसला बढ़ाया।
शातिर बदमाश कैलाश की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती थी। उसे पकड़ने के लिए अलग-अलग टीम लगाई गई। वह प्रधान का चुनाव लड़ने के लिए रुपए जुटा रहा था। इसलिए नये युवकों का गैंग बनाकर वारदात करता रहा। उसकी मदद करने वाले अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
प्रदीप कुमार, एसएसपी