- लंबी दूरी की बसों में रात का सफर हो गया है अनसेफ
- रोडवेज अधिकारियों ने माना अधिकतर ड्राइवर-कंडक्टर रहते हैं नशे में
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amarendra.pandey@inext.co.in
GORAKHPUR: अगर आप यूपी रोडवेज की बस से यात्रा करने का मन बना रहे हैं तो सावधान हो जाइए। क्योंकि 90 फीसदी ड्राइवर और कंडक्टर शराब के नशे में बसों का संचालन करते हैं। यह हम नहीं बल्कि यूपी रोडवेज गोरखपुर रीजन के उच्च अधिकारी कह रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इसकी रिर्पोटिंग आज तक यूपी रोडवेज के चेकिंग दल ने कभी भी क्षेत्रीय प्रबंधक को नहीं की है। ऐसे में बस में बैठे यात्री अपने जान को जोखिम में डालकर बस में यात्रा करने को मजबूर होते हैं।
क्यों नहीं होती है जांच?
यूपी रोडवेज के आरएम सुग्रीव कुमार राय स्वयं इस बात की पुष्टि करते हैं। उनके मुताबिक 90 परसेंट ड्राइवर और कंडक्टर शराब के नशे में धुत रहते हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई करने में आसानी तभी होगी जब इसकी रिपोर्ट चेकिंग दल करें। चेकिंग दल केवल बिना टिकट यात्री और लगेज के मामले की रिपोर्ट करती हैं। जबकि चेकिंग दल को कंडक्टर और ड्राइवर के खिलाफ भी रिपोर्ट करनी चाहिए। पिछले एक साल से शराब के नशे में धुत ड्राइवर और कंडक्टर की शिकायतें चेकिंग दल ने नहीं की हैं।
यात्री करेंगे शिकायत तो होगी कार्रवाई
यूपी रोडवेज गोरखपुर रीजन के अंतर्गत आने वाले गोरखपुर डिपो के एसएसआई अजय पांडेय बताते हैं कि ज्यादातर ड्राइवर और कंडक्टर शराब के नशे में धुत रहते हैं। चूंकि वह शराब अधिकारियों के सामने पीते नहीं हैं। लेकिन यात्रियों की शिकायत अक्सर आती रहती हैं। लेकिन वह लिखित शिकायत नहीं देते हैं। अगर वह लिखित शिकायत दें तो संबंधित बस ड्राइवर और कंडक्टर के खिलाफ एआरएम को रिपोर्ट किया जाए।
बस स्टेशन पर मचाते हैं उत्पात
पिछले महीने गोरखपुर डिपो पर दो संविदा परिचालकों द्वारा शराब पीकर उत्पात मचाने की शिकायतें आती रही हैं। शराब के नशे में धुत उत्पाती परिचालकों के खिलाफ शिकायतें भी आई, लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। उच्च अधिकारियों की माने तो दोनों संविदा परिचालकों की नोटिस की जा रही है। पुलिस की मदद से उनके ब्रेथ एनलाइजर से टेस्ट कराकर उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
दोनों डिपो से आने जाने वाले पैसेंजर
गोरखपुर डिपो - 1100
राप्तीनगर डिपो - 650
1500 - संविदा चालक-परिचालक
870 - रेगुलर कर्मचारी चालक - परिचालक
मुश्किल में यहां करें शिकायत
अगर महिला यात्री के साथ कंडक्टर या ड्राइवर दुर्व्यवहार करता है तो इसकी शिकायत महिलाएं 1090 हेल्प लाइन नंबर पर शिकायत कर सकती हैं। इसके अलावा टिकट से संबंधित या फिर यात्री के सीट न मिलने के कंडीशन में यात्री सीधे लखनऊ स्थित हेड क्वार्टर कंप्लेंट कर सकते हैं।
Phones : +91-522- 2622363, 1-800-180-2877
Fax : +91-522-2623578
Email : info@upsrtc.com helpline@upsrtc.com
बॉक्स
आरएम ने माना, नहीं हैं ब्रेथ एनलाइजर
रिपोर्टर - शराब पीकर ड्यूटी करने या मिसबिहैब के कितने केसेज आते हैं?
आरएम - केसेज तो आते हैं, लेकिन शराब पीकर ड्यूटी करने वाले ड्राइवर और कंडक्टर की रिपोर्टिग आज तक चेकिंग दल ने लिखित शिकायत नहीं की है। इसलिए नंबर ऑफ केसेज बता पाना मुश्किल है।
रिपोर्टर - अभी तक कितने ऐसे मामले में एक्शन हुआ है। अगर नहीं तो क्यूं?
आरएम - मेरे चेकिंग में अगर किसी यात्री ने इस बात की शिकायत की ड्राइवर या कंडक्टर शराब के नशे में यात्री से बदसलूकी की है। तो उसके विरुद्ध कार्रवाई करता हूं। दर्जन भर से ऊपर कार्रवाई मैंने खुद के चेकिंग में की है।
रिपोर्टर - क्या नियमित अंतराल पर ड्राइवर या कंडक्टर का ब्रेथ एनालाइजर पर टेस्ट होता है?
आरएम - ब्रेथ एनालाइजर जैसी सुविधा हमारे पास नहीं है। ऐसे में चेकिंग होना संभव नहीं है। हां, पुलिस अगर इनका चेकिंग करती तो निश्चित तौर पर हम भी कार्रवाई करते।
वर्जन
शराब के नशे में धुत ड्राइवर व कंडक्टर के चेकिंग के लिए ब्रेथ एनालाइजर की सुविधा नहीं है। लेकिन शिकायत बहुत आ रही है। ऐसे में चेकिंग दल को निर्देश करूंगा कि वह इसकी रिपोर्ट तत्काल प्रभाव से करें।
-सुग्रीव कुमार राय, आरएम, यूपी रोडवेज गोरखपुर रीजन
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कंडक्टर ने महिला से की छेड़छाड़
GORAKHPUR:
बस में अकेली महिला संग छेड़खानी करने वाले वाले जनरथ बस के कंडक्टर को जेल जाना पड़ा। कंडक्टर की हरकत पर महिला पैसेंजर ने महिला हेल्प लाइन नं। पर शिकायत दर्ज कराई। बस के गोरखपुर पहुंचने पर पुलिस ने आरोपी कंडक्टर को अरेस्ट कर लिया। महिला की तहरीर पर उसके खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज करके पुलिस कार्रवाई कर रही है। कंडक्टर पर केस दर्ज होने से रोडवेज के गोरखपुर डिपो में हड़कंप है।
दिल्ली में रहती है महिला
संतकबीर नगर जिले के बखिरा एरिया निवासी एक महिला अपने पति के साथ दिल्ली में रहती है। उसका मायका नौतनवां कोतवाली क्षेत्र में है। किसी जरूरी काम से वह मायके जा रही थी। पति ने उसे दिल्ली से सोनौली तक चलने वाली जनरथ में बैठा दिया। सीट न होने से महिला कंडक्टर के बगल में बैठ गई। आरोप है कि बस चलने के कुछ देर के बाद ही कंडक्टर ने हरकतें शुरू कर दीं।
शिकायत पर एक्शन
गोरखपुर के पास पहुंचने पर महिला ने महिला हेल्प लाइन 1090 पर मामले की शिकायत दर्ज कराई। महिला हेल्प लाइन की ओर से यूपी 100 पर सूचना देने को कहा गया। महिला ने यूपी 100 को जानकारी दी। तब तक बस गोरखपुर रेलवे बस स्टेशन पहुंच चुकी थी। महिला की सूचना पर एक्टिव हुई पुलिस ने बस स्टेशन पर आरोपी कंडक्टर को अरेस्ट कर लिया। कंडक्टर की पहचान गोला एरिया समयस्थान, भीटी निवासी संगम के रूप में हुई। हालांकि कंडक्टर ने महिला के आरोपों को झूठा बताया। आरोपी के पक्ष में उतरे साथियों ने महिला को दोषी बताया। आरोप लगाया कि महिला पैसे चुराने की कोशिश कर रही थी। चोरी पकड़े जाने पर उसने झूठा आरोप लगा दिया।
महिला की शिकायत पर कार्रवाई की जा रही है। आरोपी कंडक्टर के खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करके जांच पड़ताल चल रही है।
अभय कुमार मिश्र, सीओ कैंट
बॉक्स में
सेवा से बर्खास्त हुआ आरोपी परिचालक
मामले में आरएम सुग्रीव कुमार राय ने बताया कि इस तरह के मामले में किसी भी दशा में कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा। जनरथ बस सेवा में महिला यात्री के छेड़छाड़ के मामले की शिकायत मेरे पास आई है। चूंकि मामला बेहद गंभीर है। ऐसे में आरोपी संविदा परिचालक को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है।