GORAKHPUR: पॉवर कॉरपोरेशन की ओर से तीन माह पहले ऑनलाइन कनेक्शन लेने के लिए जारी किए गए झटपट एप पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले ख् हजार अप्लिकेंट्स के लिए बवाले जान बन गया है। दरअसल फॉर्म अप्लाई करने के दौरान अप्लिकेंट्स के मोबाइल पर ओटीपी नहीं आ रहा है। इससे फॉर्म फिलअप की प्रासेस पूरी नहीं हो पा रही है। वहीं, साइबर कैफे संचालकों का कहना है कि एप के साफ्टवेयर में कुछ टेक्निकल प्रॉब्लम आने से ओटीपी जनरेट नहीं हो पा रही है।
पॉवर कॉरपोरेशन ने ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम से नए कनेक्शन जारी करने की व्यवस्था खत्म कर झटपट एप से आवेदन मंगाना शुरू किया। लेकिन आवेदन के दौरान ओटीपी नहीं आने से फॉर्म फिलअप करने की प्रॉसेस पूरी नहीं हो पा रही है। दूसरी ओर एप में सिर्फ घरेलू कनेक्शन का विकल्प होने से कामर्शियल कनेक्शन के अप्लिकेंट्स को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। शाहपुर निवासी रामकेवल यादव कामर्शियल कनेक्शन के लिए पिछले एक सप्ताह से चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने बताया कि एसडीओ दफ्तर के कर्मचारियों का कहना है कि एप में जब तक कॉमर्शियल कनेक्शन का विकल्प नहीं आएगा तब तक इससे अप्लाई नहीं किया जा सकेगा। हालांकि चीफ इंजीनियर देवेश सिंह ने बताया कि कॉमर्शियल कनेक्शन के लिए निवेश मित्र पोर्टल पर अप्लाई किया जा सकता है।
झटपट के झंझट में फंसे अभियंता
कॉरपोरेशन द्वारा झटपट एप लांच किए जाने के बाद अप्लिकेंट्स और अभियंताओं के बीच झड़प के भी मामले सामने आ रहे हैं। अभियंताओं द्वारा साइबर कैफे से आवेदन करने की बात कहने पर अप्लिकेंट्स कार्यालय से ही आवेदन करने को कहते हैं। जिसको लेकर उनके बीच अक्सर विवाद हो जाता है। जबकि ऑफिस के कंम्प्यूटर्स में एप काम नहीं कर रहा है।
झटपट एप पर ऐसे होता है आवेदन
झटपट एप पर जन सुविधा केंद्र या साइबर कैफे से आवेदन करने पर अप्लिकेंट्स के मोबाइल पर ओटीपी आता है। इस ओटीपी को सबमिट कर आगे की प्रक्रिया पूरी की जाती है। इसके बाद खंड के एक्सईएन के मोबाइल पर मैसेज जाता है। एक्सईएन एरिया के एसडीओ को मैसेज करते हैं। एसडीओ जेई को मैसेज फारवर्ड करते हैं। इसके बाद जेई मौके पर जांच कर रिपोर्ट करते हैं तब जाकर स्वीकृति मिलने के बाद कनेक्शन जारी किया जाता है।
वर्जन
एसडीओ और जेई को निर्देश दिए गए हैं कि वह झटपट योजना के तहत घरेलू कनेक्शन अप्लिकेंट्स को तत्काल मुहैया कराएं। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ई। यूसी वर्मा, एसई सिटी