- सराफा करोबारियों के आंदोलन का असर पड़ने लगा शादी की तैयारियों पर
- चार दिन से शहर के बंद हैं सभी ज्वैलरी शॉप्स
GORAKHPUR: ज्वैलरी मार्केट की चमक फीकी पड़ने लगी है। केंद्र सरकार के एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने और दो लाख की ज्वैलरी खरीद पर पैनकार्ड अनिवार्यता के विरोध के चलते यह असर देखने को मिल रहा है। सराफा मंडल ने केंद्र के फैसलों के विरोध में ज्वैलरी शॉप की दुकानों को बंद करने की घोषणा की है। सराफा मंडल के लोग केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि मध्यम वर्ग को ज्वैलरी मार्केट से रोकने के लिए यह नियम लागू किया है। इसका हम लोग विरोध करेंगे। बंद का असर अब मंडल के लोगों पर भी पड़ने लगा है। जिन घरों में मार्च-अप्रैल में शादियां है, उनके सामने ज्वैलरी की खरीदारी को लेकर संकट खड़ा हो गया है।
सात तक रहेगी बंदी
मंडल अध्यक्ष शरद चंद्र अग्रहरि ने बताया कि ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन व उप्र सराफा एसोसिएशन के निर्देश पर गोरखपुर सराफा मंडल भी सात मार्च तक बंद का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि हम मार्केट बंद करने के साथ ही साथ बैठक भी कर रहे हैं। सरकार को चेतावनी देते हैं कि हठधर्मिता नहीं छोड़ी तो और बड़ा आंदोलन करेंगे।
योगी से मांगा समर्थन
पिछले चार दिन से मार्केट बंद करके आंदोलन कर रहे सराफा मंडल के पदाधिकारियों ने सदर सांसद योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और वित्त मंत्री को संबोधित मांग पत्र सौंपा। सराफा मंडल के अध्यक्ष शरद चंद्र अग्रहरि ने कहा कि केंद्र सरकार के इस निर्णय से देश में छोटे-छोटे स्वर्ण व्यापारियों का व्यापार चौपट हो जाएगा। ऐसे में देश के लाखों लोगों के सामने भुखमरी का संकट खड़ा हो जाएगा। योगी आदित्यनाथ ने आश्वासन दिया कि इन बातों को वित्तमंत्री के सामने रखा जाएगा। इस अवसर पर पीडी जैन, अतु़ल सराफ, राकेश वर्मा, सोनू निगम, मदन वर्मा, सुरेंद्र सोनी, गिरजेश वर्मा, राजू सिंह, महेंद्र अग्रहरि सहित सराफा मंडल के सभी सदस्य उपस्थित रहे।