- अक्षय तृतीया को लेकर सराफा मार्केट में शुरू हुई तैयारियां
- सोना महंगा होने व मार्केट में माल नहीं होने से बढ़ी टेंशन
GORAKHPUR: डेढ़ महीने की लगातार हड़ताल के बाद खरमास की मार झेलने वाले ज्वेलर्स को अब तो सिर्फ अक्षय तृतीया से ही आस है। इतनी लंबी बंदी झेलने के बाद सिटी के व्यापारी अब अक्षय तृतीया की तैयारियों में जुटे हुए हैं। इसके लिए मार्केट में जोरदार तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। व्यापारियों के मुताबिक 9 मई को अक्षय तृतीया पर भारी ज्वेलरी बिक्री की उम्मीद है। गौरतलब है कि एक्साइज डयूटी के विरोध में सराफा व्यापारी डेढ़ महीने की लगातार हड़ताल पर रहे। इस दौरान सराफा व कारीगरों की दुकानें बंद रहने से सराफा मार्केट की स्थिति काफी खराब हो गई, लेकिन एक बार फिर व्यापारियों ने हिम्मत जुटाकर अक्षय तृतीया की तैयारियों में लग गए हैं।
लगातार काम कर रहे कारीगर
इसे देखते हुए ज्वेलरी कारीगर भी लगातार काम में जुट गए हैं। एक ओर जहां इसके लिए व्यापारी अपनी दुकानें में ज्वेलरी की नई रेंज व डिसाइंस जुटाने में लगे हैं। सराफा कारीगर मदन वर्मा ने बताया कि इतनी लंबी हड़ताल और इस के बाद खरमास पड़ गया। इसके बाद कारीगरों के सामने भारी संकट खड़ा हो गया था, लेकिन हम लोग दिन-रात काम करके अक्षय तृतीया के लिए तैयारियां कर रहे हैं। इस बार उम्मीद है कि इससे हम लोगों को जरूर हम लोग कुछ बेहतर कर लेंगे।
तो फीका रहेगा अक्षय तृतीया
हालांकि इसके साथ ही व्यापारियों को यह भी कहना है कि एक्साइज डयूटी खत्म नहीं किए जाने से बड़ी कंपनियां ज्वेलरी की मैन्यूफैक्चरिंग नहीं कर रही हैं। इस वजह से मार्केट में माल भी काफी कम है। ऐसे में सिर्फ लोकल मैन्यूफैक्चरर से इतने बड़े अवसर पर ज्वेलरी की आपूर्ति नहीं की जा सकती। इससे व्यापारियों को अक्षय तृतीया पर भी कोई खास उम्मीद दिखाई नहीं दे रही। व्यापारियों के मुताबिक अक्षय तृतीया भी फीका ही रहेगा।
अक्षय तृतीया को लेकर तैयारियां तो जोरों पर चल रही है, लेकिन मार्केट कोई खास अच्छी दिखाई नहीं दे रही। सोने का दाम बढ़ जाना भी इसकी एक वजह है। सराफा दुकानें तो खुल गई हैं, लेकिन अक्षय तृतीया में पिछले साल की तुलना में अधिक उम्मीद नहीं किया जा सकता।
अतुल सराफ, सराफा व्यापारी
एक तो सोने का दाम बढ़ा हुआ है और दूसरा मार्केट में माल ही नहीं है। एक्साइज डयूटी लग जाने से बाहर से माल ही नहीं आ रहा। ऐसे में सिर्फ लोकल डिसाइंस से कैसे कुछ अच्छे की उम्मीद की जाती सकती है। इस बार अक्षय तृतीया व्यापारियों के लिए कोई खास नहीं होगा।
शरद चंद अग्रहरी- अध्यक्ष, सराफा मंडल