- जेई के धरने से शहर में सैकड़ों घरों की एक सप्ताह से गुल है बिजली
- जेई और एक्सईएन के अलग-अलग आदेश से कर्मचारी भी परेशान
केस नं 1
रुस्तमपुर एरिया के रहने वाले मनोज कुमार सिंह का पांच मार्च को चेकिंग के दौरान बिल गड़बड़ होने के कारण कनेक्शन कट गया। अभी वह अपना बिल सही कराने के लिए गोलघर ऑफिस पहुंचे थे कि जेई और एक्सईएन के बीच विवाद के बाद जूनियर इंजीनियर्स ने काम ठप कर दिया। अब उसके बाद से न उनकी रीडिंग वेरिफाई हो पा रही है और न ही उनका कनेक्शन जुट सका है।
केस नं 2-
दिव्य नगर के कृष्णा देवी का मीटर खराब हो गया, जिसके कारण उनके घर की बिजली गुल हो गई है। अब वह मीटर बदलवाने और कनेक्शन जुड़वाने के लिए छह मार्च से मोहद्दीपुर का चक्कर लगा रही है। एसडीओ जेई की रिपोर्ट मांग रहे है, लेकिन जेई धरने की बात कह कर उनकी रिपोर्ट देने से मना कर दे रहा है। इसकी वजह से उनका कनेक्शन नहीं जुड़ रहा है।
केस नं 3-
गोलघर के एक्सईएन के पास एक कंज्यूमर्स अपनी कंप्लेन मीटर रीडिंग सही करने के लिए अपने यहां के बड़े बाबू को आदेश दिया। अब बड़े बाबू परेशान है कि जेई फील्ड में हैं नहीं, ऐसे में रीडिंग वेरीफाई कौन करेगा, जबकि कंज्यूमर्स अब डेली बड़े बाबू के परेशान है कि वह क्या करें।
GORAKHPUR: यह तीन केस उदाहरण मात्र हैं, सिटी में ऐसे सैकड़ों लोग हैं जो अपना बिल सही कराने और कनेक्शन जुड़वाने के लिए दौड़ लगा रहे हैं। मगर जेई की स्ट्राइक की वजह से उन्हें रोजाना खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। बिजली विभाग के अफसरों की आपसी लड़ाई का खमियाजा पब्लिक भुगत रही है, मगर जिम्मेदारों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है और वह अपनी आन-बान के चक्कर में लोगों को परेशान करने में लगे हैं। आगे लड़ाई और बढ़ने का अंदेशा है, जिससे पब्लिक की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं।
इसलिए परेशान है कर्मचारी
जेई और एक्सईएन के बीच हुए विवाद के कारण सबसे अधिक परेशानी बिजली विभाग के कर्मचारियों को हो रही है। अफसर उनके पास कंज्यूमर्स को भेज दे रहे हैं, लेकिन फील्ड के अफसरों से उनको सहयोग न मिलने की वजह से किसी भी कंज्यूमर्स का काम नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह से कई जगह तो कर्मचारियों को खुद फील्ड के काम भी देखना पड़ रहा है। आरडीएफ और सीडीएफ बिल सही करने के लिए कर्मचारियों को ही फील्ड में जाना पड़ रहा है।
मंगलवार से बढ़ेगी प्रॉब्लम
बिजली विभाग में पिछले एक सप्ताह से चल रहे आंदोलन के कारण मंगलवार से और अधिक प्रॉब्लम खड़ी होने वाली है। अभी तक केवल जेई ही धरने पर बैठ हुए हैं, अब एसडीओ और एक्सईएन भी हत्यारोपी पांच अवर अभियंताओं के निलंबन की मांग को लेकर धरने पर बैठने की तैयारी कर रहे हैं। अभियंता संघ के मंडल सचिव चंद्रशेखर चौरसिया ने बताया कि उन्होंने चीफ इंजीनियर को सोमवार की शाम तक का समय दिया है। अगर इस दौरान उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो हम मंगलवार से वह भी धरने पर बैठ जाएंगे। विभाग से जुड़े लोगों की मानें तो अगर अभियंता संघ भी धरने पर बैठ गया तो अभी तक सिर्फ फील्ड के कार्य प्रभावित थे, मगर उनके धरने पर जाने के बाद ऑफिस वर्क पूरी तरह से ठप हो जाएगा।