- राज्य महिला आयोग की सदस्य की तरफ से पीडब्लूडी के गेस्ट हाउस में जनसुनवाई का किया गया आयोजन
- जनसुनवाई के दौरान कुल एक दर्जन मामले की सुनवाई के बाद निस्तारण का भरोसा
GORAKHPUR:
प्लीज मैम कुछ कीजिए, मैं टूट चूकी हूं। मेरा पति मेरे साथ फिजिकिल रिलेशन बनाता है लेकिन फिजिकली और मेंटली एक्सप्लॉयटेशन करता है। फफक कर रो पड़ी पूजा ने अपना यह दर्द राज्य महिला आयोग की सदस्या निर्मला द्विवेदी के सामने जनसुनवाई के दौरान बयां की। इस दौरान ऐसी एक दर्जन पीडि़त महिलाएं अपनी समस्या लेकर पहुंची। जिसे राज्य महिला आयोग की सदस्या ने दूर करने का आश्वासन देते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश दिया।
महिला उत्पीड़न पर लगाना चाहिए लगाम
बता दें, महिला उत्पीड़न की घटनाओं की रोकथाम के लिए व पीडि़त महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए राज्य महिला आयोग की सदस्या निर्मला द्विवेदी ने पीडब्लूडी के गेस्ट हाउस में समीक्षा बैठक व जन सुनवाई की। निर्मला द्विवेदी ने मामले का तत्काल निस्तारण करने के बजाय मौके पर बैठे जिम्मेदार अधिकारियों को यह नसीहत दिया कि महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए। इस दौरान जो कुल 12 मामलें आए। जिसे निस्तारण करने के निर्देश दिए गए।
प्राथमिकता के आधार पर करें कार्रवाई
निर्मला द्विवेदी ने कहा कि महिला उत्पीड़न के मामलों को पूरी गंभीरता से संज्ञान में लिया जा रहा है। उसके निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किए जाने चाहिए। उन्होंने जिले में महिला उत्पीड़न संबंधी मामलों की डिटेल्स जानकारी लेते हुए उसके निस्तारण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। निर्मला द्विवेदी ने पुलिस विभाग को घरेलू हिंसा पर नियंत्रण के निर्देश देते हुए फटकार लगाते हुए कहा कि ऐसे मामलों पर निगरानी रखें। विवेचना में पारदर्शिता बरती जानी चाहिए। इस मौके पर एसपी क्राइम, महिला थानाध्यक्ष, हेल्थ, इंफॉर्मेशन डिपार्टमेंट, समाज कल्याण आदि विभाग के अधिकारी उपस्थित रहें।
कुछ इस तरह के आए अप्लीकेशंस
-पति द्वारा छोड़ दिए जाने व विदाई के संबंध में।
- पति द्वारा अधिक दहेज मांगे जाने व छोड़ दिए जाने के संबंध में।
- ससुराल वालों की तरफ से अधिक दहेज की मांग व पति द्वारा अपने साथ न रखने व मारपीट कर भगा देने का मामला
- पति के डेथ के बाद ससुराल वालों ने संपत्ति देने से मना कर दिए व बेटा की आयु 18 वर्ष पूरा होने पर देने के संबंध में।
- मारपीट किए जाने के संबंध में।
- आपसी जीवन जायदाद का मामला
- पड़ोसी द्वारा जमीन पर कब्जा किए जाने के संबंध में
- मकान और जमीन पर कब्जा किए जाने के संबंध में।
- दो वर्ष की बच्ची की डेथ के कार्यवाही के संबंध में।
- पति द्वारा पत्नी मानने से इंकार और ससुराल न लेकर जाने के संबंध में
वर्जन
किसी भी महिला के साथ अगर एक्सप्लॉयटेशन हो रहा है तो वह मुझसे सीधे शिकायत दर्ज करा सकती है। उसे न्याय दिलाने में पूरी मदद की जाएगी। इसके लिए जो दोषी होगा उन पर कार्रवाई भी होगी।
निर्मला द्विवेदी, मेंबर, राज्य महिला आयोग, उत्तर प्रदेश