गोरखपुर (ब्यूरो)। पैसेंजर्स ने राप्तीनगर डिपो की यूपी 53 डीटी 4801 और यूपी 53 डीटी 4846 नंबर की एसी बसों में पानी टपकने का वीडियो बनाया है। एक तो रोडवेज को यात्री नहीं मिल रहे, ऊपर से बदहाल बसें कोढ़ में खाज का काम कर रही हैं। खराब होने के बाद बसें डिपो में खड़ी कर दी जा रहीं। अब तो एसी बसों के संचालन पर ही संकट गहराने लगा है।

बेड़े में 42 जनरथ

राप्तीनगर डिपो के बेड़े में 42 एसी जनरथ बसें शामिल हैं, जो गोरखपुर से वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ और दिल्ली रूट पर चलती हैं। मरम्मत के अभाव में इन बसों में लगभग 16 ही चल रही हैं। जो चल रही हैं वह भी जर्जर हो चुकी हैं। दर्जन भर बसों से पानी टपकता है। न समय से बसों की धुलाई हो रही और न सीटों की मरम्मत की जा रही है। सीटें और हैंडल उखड़ चुके हैं। पंखे कभी चलते ही नहीं हैं। झूलते हुए तार दुर्घटना को दावत देते रहते हैं। एसी अक्सर जवाब दे जाती है। पूरा किराया देने के बाद भी पैसेंजर्स को पसीना पोछते और भीगते हुए यात्रा करनी पड़ रही है।

एजेंसी हो गई फरार

एजेंसी के फरार हो जाने के चलते बसों की समय से मरम्मत नहीं हो पा रहीं। एक बस प्रतिदिन गोरखपुर से दिल्ली चल रही थी। यात्री नहीं मिल रहे तो वह भी बंद हो गई है। गोरखपुर से लखनऊ के बीच प्रतिदिन करीब 12 जनरथ बसें चल रही थीं। अब इनकी संख्या घटकर लगभग आधा दर्जन हो गई है। मरम्मत के अभाव में करीब दो दर्जन बसें राप्तीनगर डिपो में खड़ी हैं। पिछले माह शुरू हुई गोरखपुर-वृंदावन एसी बस के संचालन पर भी ग्रहण लगा हुआ है।

यूपी 53 डीटी 4801 नंबर की बस के टपकने की शिकायत मिली थी, उसे दुरुस्त करा लिया गया है। मरम्मत के बाद ही बसों का संचालन किया जा रहा है। बसों की मरम्मत कराई जा रही है। प्रयास किया जा रहा है कि पैसेंजर्स को कोई परेशानी न हो।

- अशोक कुमार सिंह, एआरएम राप्तीनगर डिपो