- जेल में बवाल पर अफसर भेज रहे गोपनीय रिपोर्ट

- डिप्टी जेलर पर हमला, बंदी रक्षक की उतरवाई थी वर्दी

GORAKHPUR:

जेल की चहारदीवारी में मारपीट की घटना जेलर की परेशानी का सबब बन सकती है। दो माफियाओं के बीच हुए विवाद की शिकायत शासन तक पहुंची है। डिप्टी जेलर और बंदी रक्षक के साथ हुई वारदात को गंभीर माना गया है। सीनियर अफसर इसकी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि जेलर की लापरवाही से ऐसी घटनाएं हो रही हैं।

बंदियों के दो गुटों के बीच हुई थी मारपीट

फ्राइडे मार्निग जेल में बंद प्रदीप सिंह और विनोद उपाध्याय के बीच मारपीट हो गई। मारपीट के बाद पगली घंटी बज गई। प्रदीप सिंह का एक समर्थक महाजन क्ख् दिन पूर्व मारपीट के मामले में जेल गया था। उसके चक्कर में दोनों के बीच मारपीट हुई। माफिया गुटों के बीच टकराव सामने आने पर जेल में पगली घंटी बज गई। घटना की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अफसर पहुंचे। जेल की जांच में करीब भ्भ् हजार नकदी, मिनरल वाटर की बोतलें, दारू और बीयर की बोतल सहित कई सामान मिले। जांच से जेल में बंदियों के बीच हड़कंप मच गया।

घर का भेदी करा रहा वारदात, जांच

जेल कर्मचारियों पर हमले को साजिश बताया जा रहा है। अफसरों को शक है कि जेल से जुड़ा व्यक्ति इन वारदातों में शामिल है। क्8 दिसंबर को डिप्टी जेलर राजेश कुमार के घर में लूटपाट हुई। तमंचे के बल पर बदमाश नकदी, जेवर, मोबाइल और स्कूटी लेकर फरार हो गया। इस मामले में पुलिस अभी किसी नतीजे पर पहुंचती। इसके पहले बंदी रक्षक की वर्दी उतरवाने की वारदात हुई। पांच मार्च की रात बंदी रक्षक देवेंद्र तीन नंबर वाच टावर पर ड्यूटी दे रहा था। रात में एक बजे पहुंचे बदमाश ने असलहे के बल उसकी वर्दी उतरवा ली। दो नंबर टॉवर पर मौजूद होमगार्ड को धमकाकर बदमाश फरार हो गया। इन दोनों घटनाओं के पीछे जेल के कर्मचारियों पर शक जताया जा रहा है। पुलिस भी इस दिशा में जांच कर रही है। ऐसा माना जा रहा है कि जेल प्रशासन ढीला पड़ जाए। इसके लिए कोई दबाव बनाने की साजिश रच रहा है।

जेल में हुई मारपीट की जांच की जा रही है। इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ कार्रवाई तय है। जेल कर्मचारियों के साथ हुई घटना भी गंभीर है।

आरपी सिंह, डीआईजी जेल