गोरखपुर (अनुराग पांडेय)।योजना के तहत चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे से लेकर अन्य उपकरण लगाए जाने थे। अधिकारी शहर के 13 चौराहे को ही आईटीएमएस से जोड़ सके। बाकी 8 चौराहे भगवान भरोसे हैं। वहीं, वर्तमान समय में हालत ये है कि कैमरों से लैस 13 चौराहों में भी 5 जगहों पर उपकरण खराब हैं। जिससे ट्रैफिक कंट्रोल करना पुलिस के लिए सिरदर्द बन रहा है। इस समय केवल 8 चौराहों की मॉनिटरिंग आईटीएमएस हो रही है।

इन चौराहों पर लगने थे उपकरण

नौसड़, ट्रांसपोर्ट नगर, रुस्तमपुर, देवरिया बाईपास मोड़, पैडलेगंज, मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट, यूनिवर्सिटी चौराहा, गोलघर चौराहा, कचहरी चौराहा, शास्त्री चौक, बेतियाहाता चौक, आंबेडकर चौक, छात्रसंघ चौराहा, यातायात चौराहा, पादरी बाजार चौक, असुरन चौराहा, बरगदवां चौराहा, अग्रसेन चौराहा और खंजाची चौराहा।

नगर निगम को मिली है जिम्मेदारी

नगर निगम में आईटीएमएस का कंट्रोल रूम बनाया गया है। शहर के चिह्नित चौराहे की आईटीएमएस से निगरानी के लिए वहां उपकरण लगवाने की जिम्मेदारी नगर निगम को मिली थी। साथ ही उपकरण के रखरखाव भी नगर निगम को करना है। केवल मॉनिटरिंग के लिए जो टीम लगाई है, उसमे ट्रैफिक पुलिस के जवान भी शामिल हैं। अनदेखी की वजह से करोड़ों रुपए लगाकर शुरू हुई यह व्यवस्था धीर-धीरे दम तोड़ रही है।

सिर्फ यहां काम कर रहा आईटीएमएस

वर्तमान समय में गणेश चौक, मोहद्दीपुर, यूनिवर्सिटी चौक, कलेक्ट्रेट चौक, बेतियाहाता चौक, छात्रसंघ चौक, यातायात चौक और शास्त्री चौक पर आईटीएमएस काम कर रहा है। इसके अलावा बाकी चौराहे पर आईटीएमएस बंद है।

यहां अधिक प्रॉब्लम

ट्रांसपोर्ट नगर और नौसड़ में डेली जाम लगता है। यहां आईटीएमएस सेवा ना होने की वजह से पुलिस को भी दौडऩा पड़ता है। यहां पर आज भी लोग अपनी मनमानी करते हैं और उनका चालान भी नहीं कट पाता है। यही नहीं इमरजेंसी में ग्रीन कॉरिडोर बनाने में भी परेशानी आती है।

यहां निर्माण की वजह से टूट गए चौराहे

शहर के खजांची, असुरन और काली मंदिर चौक निर्माण की वजह से टूट गए थे। इसके बाद से ही यहां पर आईटीएमएस बंद हो गया।

मामले को शासन से अवगत कराया गया है। शासन से दिशा निर्देश मिलते ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।

गौरव सिंह सोंगरवाल, नगर आयुक्त

नगर निगम को पत्र लिखा गया है। आश्वासन मिला है। आईटीएमएस बंद होने की वजह से चौराहे की व्यवस्था संभालने में परेशानी आ रही है। सभी जगह उपकरण लगा दिए जाएं तो शहर की ट्रैफिक व्यवस्था अच्छी हो जाएगी। जाम की परेशानी भी कम हो जाएगी।

डॉ। एमपी सिंह, एसपी ट्रैफिक