- सम्मान के लिए ली गांव के होनहार की जान

- दो युवकों को अरेस्ट कर क्राइम ब्रांच ने किया खुलासा

GORAKHPUR/BADHALGANJ : चचेरी बहन से प्रेम करने की कीमत आईटी इंजीनियर को जान देकर चुकानी पड़ी। बड़हलगंज के ओझौली निवासी आईटी इंजीनियर राहुल का अपहरण करके बदमाशों ने मार डाला था। इंजीनियर के कपड़े उतारकर उसकी डेड बॉडी बाघागाड़ा फोरलेन पुल से राप्ती नदी में फेंक दी। अपनी झूठी शान बचाने के लिए पांच माह पूर्व हुई सनसनीखेज वारदात का खुलासा सोमवार को एसएसपी लव कुमार ने किया। एसएसपी ने बताया कि अभियुक्तों ने इंजीनियर का पासपोर्ट, उसके कपड़े और सामान बरामद कराए हैं।

बचपन से करता था प्रेम

ओझौली निवासी नरायण ओझा दिल्ली में एफसीआई में ऑडिटर हैं। उनके तीन बेटों में बड़ा बेटा संजीव और दूसरे नंबर का राहुल इंजीनियर हैं। तीसरे नंबर का सौरभ दिल्ली में पिता के साथ रहकर पढ़ाई कर रहा है। चार साल पहले राहुल को बैंकाक की एक कंपनी में नौकरी मिल गई। पढ़ाई के दौरान राहुल को गांव के मंकेश्वर की बेटीसे प्रेम हो गया था। 2008 से चल रहे प्रेम संबंध के बारे में उनके घरवालों को जानकारी हुई। राहुल के घरवालों ने शादी के लिए लड़की के परिजनों से बात की। एकतरफा प्यार की बात कहकर लड़की पक्ष ने शादी से मना कर दिया। शादी से इंकार करने पर 22 जून को दोनों घर से भागकर दिल्ली, फिर हरिद्वार चले गए। दोनों पक्षों ने उनकी तलाश करके घर पहुंचाया। इसके बाद युगल ने अपने-अपने रास्ते पर चलने का समझौता कर लिया। राहुल अपने पिता के साथ दिल्ली चला गया।

पासपोर्ट लेने आया, कर दी हत्या

12 जुलाई को इंजीनियर राहुल अपना पासपोर्ट लेने गांव पहुंचा। 13 जुलाई को अचानक लापता हो गया। राहुल के पिता नारायण ने बड़हलगंज कोतवाली में बेटे की गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कराया। आशंका जताई कि प्रेम संबंधों में उनके बेटे की हत्या कर दी गई। एसएसपी ने मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी। सीओ अभय कुमार मिश्र की अगुवाई में एसआई संतोष कुमार की टीम जांच पड़ताल में लगी। सामने आया कि इंजीनियर की हत्या करके डेड बॉडी को राप्ती नदी में फेंका गया है। सोमवार को पुलिस ने नेशनल इंटर कॉलेज, बड़हलगंज के पास ओझौली निवासी शैलेंद्र कुमार उर्फ राजन ओझा और अविनाश उर्फ सोनू ओझा को अरेस्ट किया। पूछताछ में दोनों ने हत्या का राज उगल दिया। फोरलेन के पास मिट्टी में दबाया इंजीनियर का कपड़ा, पासपोर्ट और सामान बरामद कराया।

लेना था बेइज्जती का बदला

लड़की को भगाने पर हुई बेइज्जती से उसके घरवाले काफी नाराज हुए। समाज में मान सम्मान जाने का बदला लेने की ठान ली। 12 जुलाई को जब राहुल गांव पहुंचा तो इसकी भनक लड़की पक्ष के लोगों को हो गई। पुराना मामला भूलने के बहाने दावत का झांसा देकर राहुल को बुलाया। शैलेंद्र उर्फ राजन के घर ले जाकर राहुल के दावत खिलाई। उससे कहा कि लड़की को भूलकर थाईलैंड कमाने चले जाओ। इस बहाने धीरज की गाड़ी में धीरज, उसकी पत्‍‌नी ममता, शैलेंद्र और अविनाश बैठ गए। चारों राहुल को लेकर बाघागाड़ा पहुंचे। वहां पहले से मंकेश्वर और उनका बेटा दीपक मौजूद थे। छह लोगों ने मिलकर राहुल का रस्सी से गला कस दिया। उसके कपड़े उतारकर नंगी डेड बॉडी नदी में फेंककर फरार हो गए। पुलिस का कहना है कि शैलेंद्र और अविनाश को अरेस्ट किया गया। दो अन्य अभियुक्तों मंकेश्वर और उसके बेटे दीपक ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। धीरज को पुलिस पहले ही अरेस्ट कर चुकी है। फरार ममता की पुलिस तलाश कर रही है।

भावुक हो गए कप्तान

इंजीनियर की हत्या में शामिल अभियुक्तों से पूछताछ में कप्तान भावुक हो गए। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मर्डर की कहानी से उनकी आंखें भर आई। ओनर किलिंग के मामले को उन्होंने गंभीरता से लिया। अभियुक्तों को अरेस्ट करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी ने पांच हजार का इनाम दिया। प्रेस वार्ता में मौजूद राहुल के पिता नारायण ने कहा कि वह लोग बेटे की शादी लड़की से करना चाहते थे। लेकिन दूसरे पक्ष के लोग एकतरफा प्यार बताकर मना करते रहे।

अभियुक्तों ने एक होनहार का मर्डर कर दिया। पूछताछ में सामने आया है कि दोनों एक-दूसरे से प्यार करते थे। अभियुक्तों को यह नागवार गुजर रहा था। एक ही गांव का मामला होने से मान-सम्मान की दुहाई देकर आरोपियों ने युवक को मार डाला। युवक की डेड बॉडी नहीं बरामद हुई है।

लव कुमार, एसएसपी