- एमएसआई इंटर कॉलेज में आयोजित हुआ अजमते पंजतने पाक सम्मेलन

GORAKHPUR: इस्लाम का मतलब मीठा व ठंडा पानी है, वहीं आतंकवाद के मायने दहकती आग है। इस्लाम और आतंकवाद का आपस में मेल संभव ही नहीं है। यह बातें खानकाह मोइनियां चिश्तियां के डॉ। सैयद औसाफ शाहमीरी खुर्रम ने कहा रविवार को नौजवान कमेटी मस्जिद हसनैन की ओर से बक्शीपुर स्थित मियां साहब इस्लामिया इंटर कॉलेज में अजमते पंजतने पाक सम्मेलन के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि इस्लाम को बदनाम करने की साजिश चल रही है। इसे कभी कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। इस्लाम में दहशतगर्दी की इजाजत नहीं है।

एक बनो, नेक बनो

आल इंडिया उलेमा व मसायख बोर्ड के उपाध्यक्ष सैयद सिब्तैन हैदर मियां ने कहा कि जब मुसलमानों का अल्लाह, रसूल, कुरआन, काबा, कलमा, परचम एक है, तो मुसलमान क्यों अनेक बने? उन्होंने कहा कि मुसलमानों एक बनो, नेक बनो। इस्लाम एकेश्वरवाद की बात करता है। खानकाह मदीनतुल औलिया सफीपुर के सैयद फैज हसन सफवी ने कहा कि इस्लाम हमेशा से अमन व मोहब्बत का पैगाम देता आया है। जिस इस्लाम का नबी यह फरमाए कि कोई ऐसा काम ना करो, जिससे दूसरों को तकलीफ हो, उस इस्लाम का मानने वाला दूसरों की जान कैसे ले सकता है? इस्लाम कट्टरवाद और आतंकवाद का हमेशा ही विरोधी रहा है।

सारे जहां पहुंचाएं पैगाम

खानकाह मखदूमें मेंहदिया के सैयद अम्बर हुसैन ने कहा कि सूफिया का पैगाम मोहब्बत है, इसे सारे जहां तक पहुंचना चाहिए। इससे पूर्व सम्मेलन का आगाज हाफिज हबीबुर्रहमान ने कुरआन पाक की तिलावत से किया। नात शरीफ अबूतुराब बरकाती, मोहम्मद कैफी चिश्ती, जामी बरकाती ने पेश की। प्रोग्राम की अध्यक्षता मौलाना अख्तर नसीम ने की। सम्मेलन के आखिर में दुआ मांगी गयी। इस मौके पर सैफुर्रहमान, मुस्तफा हुसैन, वासिक खान, आमिर रिक्की, फदीश इब्राहीम, राजा खान, कामरान, अदनान, सैफ खान, सद्दाम, हन्नन, अजीम, ओसामा, मुस्तफा अहमद, नदीम सहित तमाम लोग मौजूद रहे।