- ओवर टाइम का पैसा देने को मांगे रुपए
- एंटी करप्शन की ट्रैप ने रंगे हाथ दबोचा
GORAKHPUR: गोरखनाथ एरिया स्थित सिंचाई कार्यशाला खंड का बड़े बाबू घूस लेने के चक्कर में रंगे हाथ पकड़ा गया। मंगलवार की दोपहर एंटी करप्शन विभाग की ट्रैप टीम ने उसे घूस लेते हुए गिरफ्तार किया। बाबू के खिलाफ गोरखनाथ थाना में केस दर्ज कराकर ट्रैप टीम कार्रवाई कर रही है। पकड़े जाने पर बाबू ने कहा कि छोटे-शरीफ लोगों पर कार्रवाई होती है। किसी बड़े आदमी को पकड़कर तो दिखाएं।
घूस के लिए लटकाया पेमेंट
गोरखनाथ के लच्छीपुर में सिंचाई कार्यशाला खंड का दफ्तर है। चिलुआताल एरिया के बालापार निवासी मुजीबुल्लाह कार्यशाला में हेल्पर पद पर तैनात है। श्रमिक संघ के संगठन में महामंत्री मुजीबुल्लाह सहित अन्य कर्मचारियों ने ओवर टाइम किया था। ओवरटाइम का पेमेंट करने के लिए कर्मचारियों की फाइल वरिष्ठ लिपिक ओम प्रकाश के पास गई। छह कर्मचारियों का 19 से 20 हजार रुपए का भुगतान देना था, लेकिन वह कर्मचारियों को दौड़ाकर परेशान करने लगा।
11 सौ रुपए की थी डिमांड
सीनियर क्लर्क की मनमानी से कर्मचारी परेशान हो गए। कर्मचारियों ने अपने अफसरों से शिकायत दर्ज कराई। लेकिन आरोपी बड़े बाबू के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे परेशान होकर मुजीबुल्लाह ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत दर्ज कराई। 22 अप्रैल को पत्र देकर उसने कार्रवाई की मांग की। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर सभाजीत त्रिपाठी, एएसआई मोहम्मद रफीक, शैलेंद्र राय, चंद्रभान मिश्र, शेषनाथ सिंह की टीम बनी।
टीम के सामने लिए रुपए
मंगलवार को टीम लेकर इंस्पेक्टर ऑफिस के सामने पहुंचे। मुजीबुल्लाह ने बेल के जूस की दुकान पर घूस देने के लिए ओम प्रकाश को बुलाया। बेल का जूस पिलाकर उसे 11 सौ रुपए देने लगा। तभी आसपास मौजूद ट्रैप टीम के सदस्यों ने बाबू को पकड़ लिया। महराजगंज जिले के मधुबनी निवासी ओम प्रकाश ने खुद को बेकसूर बताया। कहा कि शरीफों का जीना दूभर हो गया है। किसी बड़े आदमी को घूस लेते क्यों नहीं पकड़ा जाता है।
लिपिक के खिलाफ लिखित शिकायत मिली थी। इस पर कार्रवाई करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। उसके खिलाफ गोरखनाथ थाना में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई की जा रही है।
सभाजीत त्रिपाठी, इंस्पेक्टर