-आई नेक्स्ट के रियल्टी चेक में खुली डीडीयूजीयू के इवैल्यूएशन सेंटर की सिक्योरिटी की पोल

-महज एक गार्ड के भरोसे हो रहा कॉपियों का इवैल्यूएशन

- यूजी और पीजी के कॉपियों की चल रहा है इवैल्यूएशन

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: इवैल्यूएशन सेंटर ऐसी जगह होती है जहां स्टूडेंट्स का फ्यूचर निर्भर करता है। यहां सिक्योरिटी की ऐसी व्यवस्था होती है कि परिंदा भी पर न मार सके। लेकिन डीडीयूजीयू कैंपस स्थित इवैल्यूएशन सेंटर का हाल एकदम जुदा है। यहां परिंदा क्या, आप भी बेरोक-टोक आ-जा सकते हैं। चौंक गए न, लेकिन यह सच है। इसकी तस्दीक करने आई नेक्स्ट टीम ने जब डीडीयूजीयू के इवैल्यूएशन सेंटर का रियल्टी चेक किया तो वहां कि सिक्योरिटी व्यवस्था तार-तार नजर आई। पूरा इवैल्यूएशन सेंटर एक गार्ड के भरोसे था।

सीन-1

आई नेक्स्ट टीम थर्सडे को डीडीयू के इवैल्यूएशन सेंटर्र पर पहुंची। यहां मेन गेट पर एक सिक्योरिटी गार्ड कुर्सी पर बैठा था। यहां लोग आसानी से अंदर जा रहे थे, लेकिन गार्ड ने किसी भी शख्स से यह पूछने की जहमत नहीं उठाई कि आखिरकार वे कौन हैं और अंदर क्यों जा रहे हैं। यह देख टीम भी मूल्यांकन केंद्र के अंदर पहुंच गई, जहां कॉपियों का मूल्यांकन कार्य चल रहा था।

सीन - 2

टीम फ‌र्स्ट फ्लोर पर पहुंची। वहां यूजी क्लासेज के कॉपियों का इवैल्यूएशन चल रहा था। सारे टीचर्स कॉपियों को चेक करने में लगे रहे। तभी टीम की मुलाकात केंद्राध्यक्ष सुधांशु पाण्डेय से हुई। सिक्योरिटी के संदर्भ में उन्होंने बताया कि सिक्योरिटी गार्ड की नीचे तैनाती की गई है। किसी को आने जाने से रोकना उसकी जिम्मेदारी है।

सीन - 3

उसके बाद टीम पीजी स्टूडेंट्स के कॉपियों के इवैल्यूएशन सेंटर पर पहुंची। यहां भी सारे टीचर्स कॉपी चेक करने में लगे थे। वहां केंद्राध्यक्ष प्रो। एसके दीक्षित से सिक्योरिटी को लेकर टीम ने बात की तो उनका कहना था कि सिक्योरिटी की प्रॉपर व्यवस्था है।

सीन - 4

इसके बाद टीम उस हॉल में पहुंची जहां बीएससी की कॉपियां चेक हो रही थी। यहां केंद्राध्यक्ष के रूप में अजय श्रीवास्तव की तैनाती थी। यहां भी टीचर्स कापी चेक करने में व्यस्त थे। लेकिन अन्य लोग आ जा रहे थे और उन्हें कोई पूछने वाला नहीं था।

सीन - 5

इसके बाद टीम वहां पहुंची जहां बीकॉम और एमकॉम के परीक्षार्थियों की कॉपियां चेक हो रही थी। कॉलेज टीचर्स से लगाए यूनिवर्सिटी टीचर्स कॉपी चेकिंग में जुटे थे। टीम ने जब यहां की सिक्योरिटी को लेकर केंद्राध्यक्ष प्रो। आरएन सिंह से बात की तो उन्होंने चुप्पी साधे रखना ही बेहतर समझा।

सेंटर 6, गार्ड एक

डीडीयू कैंपस में कॉपियों के इवैल्यूएशन के लिए कुल 6 सेंटर बनाए गए हैं। हर एक सेंटर पर केंद्राध्यक्ष की तैनाती की गई है, जिनकी देखरेख में कॉपियों का इवैल्यूएशन कार्य चल रहा है। जल्द से जल्द रिजल्ट डिक्लेयर किए जाएं इसके लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन भी जीजान से जुटा है। लेकिन यहां की सुरक्षा व्यवस्था ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के सुरक्षा के दावे पर ही सवालिया निशान लगा दिया है। महज एक सिक्योरिटी गार्ड के भरोसे यहां मूल्यांकन कार्य चल रहा है। जबकि नियमत: यहां तीन से चार सिक्योरिटी गार्ड होने चाहिए। जो किसी भी विजिटर से उसकी पूरी इंक्वॉयरी करने के बाद ही उसे भीतर जाने की अनुमति दे। नियमत: मूल्यांकन से जुड़ा कर्मचारी या टीचर ही मूल्यांकन केंद्र पर जा सकता है।

इवैल्यूएशन सेंटर पर सिक्योरिटी गार्ड की तैनाती है। लेकिन इसके बावजूद भी अगर कोई बेरोक-टोक आ-जा रहा है तो और सख्त व्यवस्था कराई जाएगी।

अखिलेश पाल, एग्जामिनेशन कंट्रोलर, डीडीयूजीयू