- अपराध करने के पहले सौ बार सोचेंगे बदमाश
- नये कप्तान के तेवर, क्राइम कंट्रोल पर रहेगा जोर
GORAKHPUR : जिले में सिर्फ एक कप्तान रहेगा। अपराधियों को बताएंगे कि उनका काम आसान नहीं है। जिले में क्राइम करने के पहले उनको सोचना पड़ेगा। पेशेवर अपराधियों का अंत तक पुलिस पीछा करेगी। उन्होंने कहा कि जितनी फोर्स मौजूद है। उसी से काम लिया जाएगा। प्रापर्टी विवाद के मामलों में पुलिस सीधे हस्तक्षेप नहीं करेगी। अन्य विभागों की मदद से निस्तारण किया जाएगा। यह कहना है जिले के नए एसएसपी राजेंद्र प्रसाद सिंह यादव का। मंगलवार सुबह दफ्तर पहुंचकर उन्होंने कामकाज शुरू किया। ऑफिस जाने के पहले विभाग के अन्य दफ्तरों का हाल देखा।
थाने पर सुनें फरियाद
प्रदेश पुलिस सेवा से वर्ष 2003 में आईपीएस बने राजेंद्र प्रसाद सिंह यादव ने कहा कि थानों पर फरियाद नहीं सुनी जाती है। इस वजह से अफसरों तक पहुंचते-पहुंचते छोटे से छोटे मामले भी बड़े हो जाते हैं। छेड़छाड़ की घटना गैंग रेप का रुप ले लेती है इसलिए अच्छा होगा कि थाने पर फरियाद सुनी जाए। इससे अफसरों की दर फरियादियों की भीड़ नहीं जुटेगी। निचले स्तर पर कार्रवाई होने पर लोगों को आसानी होगी।
सब देंगे क्विक रिस्पांस
गोरखपुर यूनिवर्सिटी से 1979 में एमएससी पासआउट एसएसपी ने कहा पुलिस के व्यवहार को ठीक किया जाएगा। पुलिस कर्मचारियों का व्यवहार अच्छा हो, वह कार्य करें। इसके लिए हर किसी की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय होगी। सिपाही से लेकर एसपी तक को क्विक रिस्पांस देना होगा क्योंकि हर किसी का उद्देश्य प्रिंवेशन है इसलिए कहीं से कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बदमाशों को बताया जाएगा कि उनका काम आसान नहीं है। जिले में अपराध करने के पहले उनको सोचना पड़ेगा। पुलिस अंत तक बदमाशों का पीछा करेगी। उनके घर का दरवाजा रोज खटखटाएगी।
राजेंद्र प्रसाद सिंह यादव, एसएसपी