- लॉकडाउन में इंडोनेशिया में फंस गया बैडमिंटन का राष्ट्रीय खिलाड़ी शिवम मिश्रा
-एक महीने की ट्रेनिंग के लिए गया था इंडोनेशिया
-जिस एकेडमी में ठहरा खिलाड़ी वहां का चार्ज हो गया छह लाख
-छह लाख रूपए की वजह से एकेडमी से बाहर नहीं जा सकते शिवम
GORAKHPUR: गर आसान होता इतना तो हर कोई खिलाड़ी बनता जीत के पायदान पर कोई भी किस्मत बुनता एक खिलाड़ी बनने के पीछे बहुत बड़ा त्याग होता है। उसके बाद कोई बड़ा खिलाड़ी बनता है। ऐसे ही दिन रात कड़ी प्रैक्टिस कर बैडमिंटन के राष्ट्रीय खिलाड़ी 18 वर्षीय शिवम मिश्रा ने वर्ल्ड रैकिंग में अपनी पॉजिशन पक्की की। लेकिन इस खिलाड़ी को आज इंडोनेशिया से छह लाख रूपए के लिए अपने वतन लौटने नहीं दिया जा रहा है। दरअसल एक महीने की ट्रेनिंग के लिए इंडोनेशिया गए शिवम का जिस एकेडमी में ठहरे थे उसका चार्ज लॉकडाउन में फंसने के चलते 6 लाख हो गया है। शिवम के पिता पीएम, सीएम, विदेश मंत्री और सांसद तक से बेटे को इंडिया वापस लाने के लिए गुहार लगा चुके हैं। लेकिन उनकी गुहार का किसी ने अब तक संज्ञान नहीं लिया है।
लॉकडाउन में फंस गया बेटा
शिवम के पिता कृष्ण कुमार मिश्रा ने बताया कि उनका बेटे ने कई नेशनल और इंटरनेशनल मैच खेले हैं। देश के लिए खेलते हुए शिवम ने कई मेडल भी जीते हैं। 14 मार्च को शिवम एक महीने की स्पेशल ट्रेनिंग के लिए इंडोनेशिया की एकेडमी ज्वाइन किए। कृष्ण कुमार ने बताया कि बच्चे का खेल ग्रोथ करे इसके लिए उन्होंने कहीं से पैसे इंतजाम कर उसके जाने का अरेंमेंट किया। शिवम इंडोनेशिया पहुंचे इसके बाद पूरे देश में लॉकडाउन लग गया। जिसके बाद वे एकेडमी में ही फंसे रहे गए।
एकेडमी मांग रही पैसे
कृष्ण कुमार ने बताया कि अब बेटा वहां से इंडिया वापस आना चाहता है। इसके लिए तीन महीने पहले जब शिवम वापस चाहा तो एकेडमी ने उसे तीन लाख रूपए का बिल पकड़ा दिया। बस्ती निवासी कृष्ण कुमार बीमा का काम करते हैं। उनके पास इतने पैसे नहीं थे। उन्हें उम्मीद थी कि राष्ट्रीय खिलाड़ी होने के कारण उनके बेटे को सरकार से भी कुछ मदद मिल सकती है। उन्होंने पीएम, सीएम, विदेश मंत्री, डीएम और सांसद रवि किशन का मदद के लिए लेटर लिखा।
अब हो गए छह लाख
कहीं से भी उन्हें मदद नहीं मिली। सरकार की तरफ से भी उनके पास मैसेज आया कि हेल्थ के लिए बजट है खेल के लिए नहीं है। इसी तरह वो लगातार तीन महीने से गुहार लगाते रहे लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। वहीं अब एकेडमी का चार्ज 6 लाख रूपए हो गया।
गुरूवार देर रात है शिवम की फ्लाइट
इंडोनेशिया से डेढ़ महीने में एक बार फ्लाइट इंडिया आती है। कृष्ण कुमार ने बताया कि 40 हजार रूपए इंतजाम कर बेटे के फ्लाइट का टिकट कराया है। गुरूवार की देर रात 1 बजे इंडोनेशिया से बेटे की फ्लाइट है। लेकिन एकेडमी वाले बिना पैसे दिए उसे जाने नहीं देंगे। फ्लाइट छूटेगी तो शिवम फिर डेढ़ महीने तक घर वापस नही आ पाएगा।
एक महीने का एकेडमी का किराया-1750 डॉलर
अतंराष्ट्रीय मैच- 1
नेशनल मैच-3