- अपनी-अपनी फील्ड में दे सकेंगे ट्रेनिंग

- खेलो इंडिया के तहत स्पो‌र्ट्स को बढ़ावा देने के लिए खेल मंत्रालय की पहल

- गोरखपुर मंडल की रीजनल स्टेडियम में जमा होगी एंट्री

GORAKHPUR: गोरखपुर में हुनरमंद खिलाडि़यों की कोई कमी नहीं है। खिलाडि़यों ने एक से बढ़कर एक इवेंट में अपनी परफॉर्मेंस के जरिए अपने टैलेंट का लोहा मनवाया है। उनके पास एक्सपीरियंस तो है ही, वहीं, उन्होंने यह कमाल उस दौर में किया है, जब प्रोफेशनल कोच और सुविधाओं की काफी कमी थी। अब गवर्नमेंट ऐसे हुनरमंदों का इस्तेमाल यंग टैलेंट को तराशने में करेगी। इसके लिए बाकायदा सभी इंटरेस्टेड खिलाडि़यों ने अप्लीकेशन मांगी गई है। अगर वह इंटरेस्टेड हैं, तो खेलो इंडिया मुहिम के तहत न सिर्फ उन्हें खिलाडि़यों को अपने गेम में तराशकर बेहतर बनाने का मौका मिलेगा, बल्कि उनके लिए एक सोर्स ऑफ इनकम भी बनेगा, जिसके जरिए वह अपनी फैमिली की फायनेंशियल प्रॉब्लम से छुटकारा पा सकेंगे।

नेशनल और इंटरनेशनल खिलाडि़यों को मौका

यंग टैलेंट को तराशने के लिए रीजनल डायरेक्टर स्पो‌र्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने यह पहल की है। सभी रीजनल सेंटर्स को भेजे गए लेटर में उन्होंने नेशनल और इंटरनेशनल खिलाडि़यों मौका देने की पहल की है। कई बार ऐसा सुनने में आता है कि नेशनल या इंटरनेशनल खिलाड़ी होने के बाद भी वह फाकाकशी को मजबूर है। मगर इस नई पहल से जहां रिटायरमेंट के बाद भी खिलाड़ी एनगेज रहेंगे, वहीं उनकी वजह से लोकल टैलेंट का हुनर निखरेगा, जिससे देश में मेडल्स की बरसात होगी।

27 तक भरना है फॉर्म

नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर अगर खिलाड़ी अपना टैलेंट दिखा चुका है, तो उसके पास देश का फ्यूचर संवारने का एक अच्छा मौका है। गोरखपुर रीजनल स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में इसके लिए एक प्रोफॉर्मा मिल रहा है, जिसको भरने के बाद वह इस मुहिम का हिस्सा बन सकते हैं। इस फॉर्म को भरने की लास्ट डेट 27 जुलाई तय की गई है। गोरखपुर के अलावा पूरे मंडी के खिलाड़ी भी इसका हिस्सा बन सकते हैं, उन्हें अपने-अपने खेल विभागों में संपर्क करना होगा। वहां के विभागों के जरिए उनकी अप्लीकेशन रीजनल स्टेडियम पहुंचेगी, जिसे बाद में खेल निदेशालय भेजा जाएगा।

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हर जिले में स्थापित होंगे स्पो‌र्ट्स सेंटर

गोरखपुर के साथ ही आसपास के यंग टैलेंट का फ्यूचर संवारने के लिए खेल विभाग देश भर में ट्रेनिंग सेंटर खोलने की तैयारी में है। खेलो इंडिया मुहिम के तहत शुरू की गई इस पहल के जरिए स्टूडेंट्स को भी अपने कॅरियर को नई दिशा देने के लिए कहीं जाना नहीं पड़ेगा और उन्हें अपने जिले में ही बेतहर सुविधा मिल सकेगी। वहीं दूसरी ओर कोचेज को भी खुद को इनगेज रखने का मौका मिलेगा। इसके लिए हर जिले में स्पो‌र्ट्स सेंटर बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है, जिसकी कड़ी में चैंपियंस की तलाश की जा रही है।

इन गेम्स में तलाश

अर्चरी

एथलेटिक्स

बैडमिंटन

बॉक्सिंग

साइक्लिंग

फेंसिंग

हॉकी

जूडो

रोइंग

शूटिंग

स्वीमिंग

टेबल टेनिस

वेट लिफ्टिंग

रेसलिंग

जिला स्तर पर खेलो इंडिया के सेंटर्स स्थापित किए जाने हैं। इनमें शामिल होने वाले खिलाडि़यों को जमीनी स्तर का प्रशिक्षण देकर खेलों को मजबूत करने के लिए पूर्व खेल चैंपियंस को लगाने की योजना है। इसके लिए आवेदन लिए जा रहे हैं। इससे खिलाडि़यों को बेहतर कोच मिल सकेंगे, वहीं चैंपियंस के भी आय का एक परमानेंट साधन मिल सकेगा।

- अरुणेंद्र पांडेय, आरएसओ, गोरखपुर