- गोंडा बढ़नी नॉन इंटरलॉकिंग का वर्क हो जाएगा कंप्लीट

- 15 को हो सकता है रूट का इनॉगरेशन

- 8 से 12 तक कई ट्रेंस रहीं कैंसिल, वहीं कई के रूट रहे डायवर्ट

GORAKHPUR : गोंडा-बढ़नी के गेज कनवर्जन के बाद किया जा रहा नॉन इंटरलॉकिंग का वर्क संडे को कंप्लीट हो गया। इसकी वजह से पैसेंजर्स पर आई आफत मंडे से खत्म हो जाएगी। इंटरलॉकिंग कंप्लीट हो जाने के बाद अब गोरखपुर से लखनऊ रूट पर चलने वाली ट्रेंस जिन्हें कैंसिल कर दिया गया था, आज से अपने पुराने शेड्यूल पर दौड़ लगाएंगी। इसके साथ ही डायवर्ट की गई ट्रेंस भी अपने तय रूट से होकर गुजरेंगी। इससे जहां लखनऊ, दिल्ली जाने वाले पैसेंजर्स की मुश्किलें कम होंगी, वहीं इन रूट पर जाने वाले मुसाफिर, जो मुंबई रूट की गाडि़यों का सहारा लेते थे, उन्हें भी अब परेशान नहीं होना पड़ेगा। वहीं इसकी वजह से मुंबई की गाडि़यों में होने वाली बेवजह भीड़ भी छट जाएगी। सोर्सेज की मानें तो इस रूट का इनॉगरेशन 15 जुलाई को हो सकता है।

8 जुलाई से स्टार्ट हुआ था एनआई का वर्क

गोंडा-बढ़नी रूट की नॉन इंटरलॉकिंग का वर्क 8 जुलाई से स्टार्ट हुआ था। इसके लिए 96 घंटों का वक्त तय किया गया था। नॉन इंटरलॉकिंग की वजह से गोरखपुर से गोंडा के रास्ते जाने वाली करीब आधा दर्जन से ज्यादा गाडि़यां कैंसिल कर दी गई थी, जबकि दर्जनों ट्रेंस डायवर्ट और शॉर्ट टर्मिनेट कर दी गई थी। इसकी वजह से लखनऊ जाने वाले पैसेंजर्स की राह काफी दुश्वार हो गई।

15 जुलाई फिक्स किया था टारगेट

गोंडा से बढ़नी तक के बीच 110 किमी मीटर गेज लाइन थी, इसका काम काफी दिनों से चल रहा था, जो पूरा हो चुका है। बढ़नी से गोरखपुर के बीच पहले से ही गाडि़यां चलना शुरू हो चुकी हैं। अब जल्द ही गोरखपुर से आनंदनगर, बढ़नी होते हुए गोंडा तक गाडि़यां दौड़ने लगेंगी। वर्क कंप्लीट करने के लिए जीएम राजीव मिश्र ने 15 जुलाई तक टारगेट फिक्स कर रखा है। जीएम के इंटरफेयरेंस के बाद सुस्त पड़ा सिग्नलिंग का वर्क काफी तेज हो गया और जीएम की सख्ती के बाद यह वक्त तय टाइम पर पूरा कर लिया गया।

मुंबई और दिल्ली जाने वाले पैसेंजर्स को मिलेगी राहत

इस लूप लाइन का वर्क पूरा हो जाने के बाद गोरखपुर से आनंदनगर, बढ़नी होते हुए गोंडा तक गाडि़यां चलने लगेंगी। जिससे मुंबई, दिल्ली की राह भी थोड़ा आसान हो जाएगी। वहीं दिल्ली-मुंबई के लिए एक अल्टनेट रूट मिल जाने पर इधर से दूर तक जाने वाली गुड्स ट्रेंस भी उस ओर डायवर्ट कर चलाई जा सकती हैं, जिससे मेन लाइन को बोझ कम हो जाएगा और ट्रेंस स्मूदली और टाइमली चल सकेंगी।

नॉन इंटरलॉकिंग का वर्क कंप्लीट हो चुका है। इसके बाद ट्रेंस पुराने शेड्यूल पर चलाई जाएंगी। वहीं डायवर्ट ट्रेंस भी अपने तय रूट से ही चलेंगी।

- आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनईआर

आज से चलेंगी ये ट्रेंस

11124 ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस

15273 रक्सौल-दिल्ली सत्याग्रह एक्सप्रेस

15107 छपरा-मथुरा एक्सप्रेस

15108 मथुरा-छपरा एक्सप्रेस

14604 अमृतसर-सहरसा जनसाधारण एक्सप्रेस

14603 सहरसा-अमृतसर जनसाधारण एक्सप्रेस