गोरखपुर (ब्यूरो)। आरोप है कि थाना एम्स के नंदानगर, सैनिक विहार के भास्वर शर्मा ने जनपद देवरिया के रहने वाले एक युवक से दरोगा की नौकरी दिलाने के नाम पर 5 लाख हड़प लिए, जबकि दूसरा मामले में झरना टोला नन्दानगर निवासी सुधीर कुमार पांडेय ने खुद को जिला अस्पताल का कर्मचारी बता कर संतकबीरनगर के सेवानिवृत स्वास्थ्य कर्मचारी की पौत्रियों को स्टाफ नर्स की नौकरी दिलाने के नाम पर 3 लाख ठग लिए। पीडि़तों ने पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई। जिसके बाद अधिकारियों के आदेश पर आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है।

पांच लाख पर तय हुई दरोगा की डील

जिला देवरिया के थाना-तरकुलवा ग्राम बसंतपुर के रहने वाले अवधेश जायसवाल पुत्र रामायन जायसवाल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दे कर बताया कि वो बी काम करने के बाद नौकरी की तलाश में था। उसी बीच उसकी मुलाकात थाना एम्स के नंदानगर, सैनिक विहार के भास्वर शर्मा पुत्र विरेन्द्र शर्मा से हुई। भास्वर ने पुलिस विभाग नौकरी दिलाने के लिए वर्ष 2021 में एसआई के पद पर नियुक्त कराने हेतु एक फार्म भरवाया जिसकी लिखित परीक्षा दिसम्बर 2021में विभाग द्वारा कराई गई। जिसमे अवधेश फेल हो गया। परीक्षा में फेल हो जाने के बाद भास्वर ने अवधेश से विभागीय उच्चाधिकारियों की सिफारिश कोटा से नियुक्ति करने का आश्वासन दिया जिसके लिए पांच लाख रुपए की मांग की। अवधेश ने दो बार में पैसे भास्वर के बैंक खाते में भेज दिया।

स्टाफ नर्स बनाने के नाम पर लिए पैसे

वहीं जनपद संतकबीरनगर के थाना धनघटना ग्राम नकहीनगुई के रहने वाले गंगासागर गोंड पुत्र श्रीराम गोंड ने पुलिस महानिरीक्षक गोरखपुर जोन को प्रार्थना पत्र देकर बताया की उनकी दो पौत्री चन्दा गोंड और ज्योति गोंड का स्वस्थ्य विभाग में स्टाफ नर्स के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर थाना एम्स के झरना टोला नंदानगर निवासी सुधीर कुमार पाण्डेय पुत्र राम आसरे पाण्डेय ने तीन लाख रुपए हड़प लिए। बताया की वो स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत जो अब सेवानिवृत हो गए है। उसी दौरान वर्ष 2019 में उनकी मुलाकात सुधीर कुमार पांडेय से हुई। सुधीर ने बताए की वो जिला चिकित्सालय गोरखपुर में कार्यरत है। धीरे-धीरे टाल मटोल करते करते 5 वर्ष पूरा हो गया। अभी तक उसने ड्यूटी नहीं लगवाई और न ही पैसा लौटाया।