- बिजली न होने के बाद जनरेटर भी दे गया दगा
- ओटी में खुला रहा मरीज का पेट
GORAKHPUR: मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स की लापरवाही एक मरीज की जान पर बन आई। शुक्रवार को अचानक बिजली और जनरेटर ने धोखा दे दिया। इसी बीच एक मरीज का ऑपरेशन किया जा रहा था। उसका पेट खोला दिया गया था। लापरवाही का आलम यह था कि तीन घंटे तक पेशेंट ऑपरेशन टेबल पर पड़ा रहा। इसके बाद उसे मेन ओटी में शिफ्ट किया गया। यह चार डॉक्टर्स मरीज की जान बचाने के लिए घंटो जूझते रहे, जिसके बाद ऑपरेशन कंप्लीट हुआ और मरीज की जान बच सकी।
छोड़ दिया खुला पेट
बड़हलगंज एरिया के 35 वर्षीय अमरजीत यादव का शुक्रवार को ट्रामा सेंटर में ऑपरेशन हुआ। करीब 12 बजे अचानक बिजली चली गई। करीब 2 बजे के आस-पास ट्रामा सेंटर के ओटी में ऑपेरशन हो रहा था। बत्ती गुल होने के बाद जनरेटर चलाने को कहा गया, मगर जनरेटर भी काम करना बंद कर दिया। डॉक्टर ने ओटी मेज पर मरीज का पेट खोलकर उसी तरह से छोड़ दिया। तीन घंटे तक लाइट का इंतजार किया, लेकिन मरीज की स्थिति देखकर उसे फौरन मेन ओटी में शिफ्ट किया गया।
सर्जरी विभाग से मामले की जानकारी की जाएगी। अगर मामला सच हुआ तो संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ। एमक्यू बेग, एसआईसी